डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन यानी डीआरडीओ ने कर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्थित एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज से स्वदेशी हाई-स्पीड फ्लाइंग विंग यूएवी, ऑटोनोमस फ्लाइंग विंग टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर के उड़ान का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। टेललेस कॉन्फिगरेशन में इस उड़ान के साथ ही भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जिन्होंने फ्लाइंग विंग कॉन्फिगरेशन के नियंत्रण में महारत हासिल कर ली है। न्यूज एजेंसी एएनआई पर इसका एक वीडियो भी शेयर किया गया है, जिसमें यूएवी को उड़ान भरते और लैंड करते देखा जा सकता है। इस यूएवी को उड़ान भरता देख अमेरिका के एक लड़ाकू विमान की तस्वीर अचानक दिमाग में आ जाती है।
DRDO carries out successful flight trial of lethal UAV
Read @ANI Story | https://t.co/8BVXp5qrpY#DRDO #UAV #FlightTrial pic.twitter.com/7PDGSUFTVk
— ANI Digital (@ani_digital) December 15, 2023
डीआरडीओ ने फिर किया कमाल
दरअसल हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका की। अमेरिकी वायुसेना में Northrop Grumman B-2 Spirit नाम का एक लड़ाकू विमान है। दरअसल यह एक बॉम्बर विमान है। जो किसी एलियन शिप की तरह दिखता है। भारत में जिस यूएवी का डीआरडीओ ने परीक्षण किया है, उसका लुक भी कुछ ऐसा ही दिख रहा है। बी 2 स्पिरिट के एक विमान की कीमत 2.1 बिलियन डॉलर है। इसे साल 1989 में पहली बार लॉन्च किया गया था और समय-समय पर इसे अपडेट किया गया है। बता दें कि यह विमान 50 हजार फीट की ऊंचाई से भी हमले की योजना को सफल बनाने में कारगर है।
#WATCH | DRDO has successfully demonstrated the flight trial of Autonomous Flying Wing Technology Demonstrator, an indigenous high-speed flying wing UAV from the Aeronautical Test Range (ATR), Chitradurga in Karnataka. With this flight in the tailless configuration, India has… pic.twitter.com/TpnUb3ApXI
— ANI (@ANI) December 15, 2023