19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को दुनिया के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती है। इसका सामना करने के लिए मानवता में विश्वास रखने वाली ताकतों को मिलकर काम करना होगा। साथ ही साइबर, समुद्री और अंतरिक्ष के क्षेत्रों में आपसी सहयोग को भी मजबूत करना होगा।’
Vientiane, Lao PDR | At the 19th East Asia Summit, PM Narendra Modi says, "India has always supported ASEAN Unity and Centrality. ASEAN is also at the centre of India's Indo-Pacific vision and Quad cooperation. There are deep similarities between India's "Indo-Pacific Oceans'… pic.twitter.com/xZrxe4vhbh
— ANI (@ANI) October 11, 2024
दक्षिण चीन सागर को लेकर क्या बोले पीएम मोदी
शिखर सम्मेलन में पीएम मेदी ने कहा, ‘भारत ने हमेशा ASEAN की एकता और केंद्रीयता का समर्थन किया है। ASEAN भारत के इंडो-पैसिफिक विजन और क्वाड सहयोग के केंद्र में भी है। भारत की “इंडो-पैसिफिक महासागरों की पहल” और ‘इंडो-पैसिफिक पर आसियान आउटलुक” के बीच गहरी समानताएं हैं। एक स्वतंत्र, खुला, समावेशी, समृद्ध और नियम-आधारित इंडो-पैसिफिक पूरे क्षेत्र की शांति और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। दक्षिण चीन सागर की शांति, सुरक्षा और स्थिरता पूरे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के हित में है।’
Vientiane, Lao PDR | At the 19th East Asia Summit, PM Narendra Modi says, "The conflicts going on in different parts of the world are having the most negative impact on the countries of the Global South. Everyone wants that whether it is Eurasia or West Asia, peace and stability… pic.twitter.com/tZDseUST0r
— ANI (@ANI) October 11, 2024
‘यह युद्ध का युग नहीं’
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे संघर्षों का सबसे ज्यादा नकारात्मक असर ग्लोबल साउथ के देशों पर पड़ रहा है। हर कोई चाहता है कि यूरेशिया हो या पश्चिम एशिया, जल्द से जल्द शांति और स्थिरता बहाल हो। मैं बुद्ध की धरती से आता हूं और मैंने बार-बार कहा है कि यह युद्ध का युग नहीं है। समस्याओं का समाधान युद्ध के मैदान से नहीं निकल सकता। संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सम्मान करना जरूरी है। मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए संवाद और कूटनीति को प्राथमिकता देनी होगी। विश्वबधु का दायित्व निभाते हुए भारत इस दिशा में हरसंभव योगदान देता रहेगा।”
Vientiane, Lao PDR | At the 19th East Asia Summit, PM Narendra Modi says, "Terrorism is also a serious challenge to global peace and security. To face it, forces believing in humanity will have to work together. And, mutual cooperation in the areas of cyber, maritime and space… pic.twitter.com/KAIth6dAPK
— ANI (@ANI) October 11, 2024
पीएम मोदी ने तूफान यागी से प्रभावित लोगों के प्रति जताई संवेदना
शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तूफान यागी से प्रभावित लोगों के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की। पीएम मोदी ने कहा, हमारा मानना है कि समुद्री गतिविधियां यूएनसीएलओएस के तहत संचालित की जानी चाहिए। नौवहन, वायु क्षेत्र की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारत म्यांमार की स्थिति पर आसियान के दृष्टिकोण का समर्थन करता है, हमारा मानना है कि मानवीय सहायता जारी रखना महत्वपूर्ण है।
Vientiane, Lao PDR | At the 19th East Asia Summit, PM Narendra Modi says, "We support the ASEAN approach on the situation in Myanmar. We also support the Five-point Consensus. At the same time, we believe that it is important to maintain humanitarian assistance. And appropriate… pic.twitter.com/NvvGLuYRIe
— ANI (@ANI) October 11, 2024