ओडिशा में 1 जून को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के विशेष सचिव डी एस कुटे को लेकर बड़ा एक्शन लिया है. आयोग ने चुनाव के संचालन में गैर जरूरी हस्तक्षेप करने के लिए सस्पेंड कर दिया. वहीं, ईसीआई ने मेडिकल लीव पर चल रहे एक अन्य आईपीएस अधिकारी आशीष सिंह आईजी (सीएम सुरक्षा) को गुरुवार तक मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होने लिए कहा है.
1997 बैच के आईपीएस अधिकारी कुटे को मुख्यमंत्री कार्यालय में सबसे शक्तिशाली नौकरशाहों में से एक माना जाता रहा है. चुनाव आयोग ने उनका मुख्यालय दिल्ली में ओडिशा के रेजिडेंट कमिश्नर के कार्यालय में तय किया था. उसने ओडिशा के मुख्य सचिव से गुरुवार तक कुटे को चार्जशीट जारी करने को कहा है. ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मुख्य सचिव को ड्राफ्ट चार्जशीट सौंपेंगे.
वहीं, आईपीएस अधिकारी आशीष सिंह 4 मई से मेडिकल लीव पर हैं. इसको लेकर ओडिशा के सीईओ चुनाव आयोग ने कहा गया है कि उन्हें गुरुवार तक डिटेल मेडिकल जांच के लिए एम्स भुवनेश्वर के निदेशक की ओर से गठित एक स्पेशल मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होना होगा. दरअसल, आयोग की सिफारिश पर सरकार ने अप्रैल में सिंह को आईजी सेंट्रल रेंज के पद से ट्रांसफर कर दिया था. चुनाव आयोग की सिफारिशों पर अप्रैल में छह आईपीएस और दो आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए थे.
ओडिशा में 1 जून को 6 लोकसभा सीटों पर चुनाव
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में ओडिशा में 6 सीटों पर चुनाव करवाए जाएंगे. वहीं, विधानसभा की सीटों पर भी वोटिंग होगी और रिजल्ट 4 जून को सामने आएगा. इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दावा कर रही है कि वह सत्ता पर काबिज होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह से लेकर पार्टी के दिग्गज नेता कहते आ रहे हैं कि सूबे में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है और बीजेडी की विदाई तय है. वहीं, बीजेडी भी दावा कर रही है कि वह एक बार फिर से जीत हासिल करेगी. इस बार ओडिशा में बीजेपी और बीजेडी के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है.