आम चुनावों की घोषणा के साथ ही 16 मार्च से देश भर में शुरू हुआ चुनावी शोर अब आज शाम यानी 30 मई को शाम पांच बजे से थम जाएगा। इसके साथ लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार भी समाप्त हो जाएगा। जिसके लिए एक जून को मतदान होना है। इस दौरान आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों के लिए मतदान होगा।
अंतिम चरण के इस चुनाव में जिन प्रमुख सीटों पर मतदान है, उनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर सीट, जहां से ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी मैदान में है और बिहार की पाटलिपुत्र सीट भी शामिल है, जहां से लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती चुनाव मैदान में है।
इस बीच सातवें और अंतिम चरण के चुनाव प्रचार के लिए बाकी बचे घंटों में प्रचार को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंक रखी है। भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार रखा है। अंतिम चरण का यह चुनाव वैसे भी भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन और कांग्रेस की अगुवाई में वाले आइएनडीआइए गठबंधन दोनों के लिए ही काफी अहम है।
सबसे रोचक चुनावी मुकाबला पंजाब में
2019 में आठ राज्यों की इन 57 सीटों में एनडीए ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि यूपीए ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की थी। बाकी सीटों पर दूसरे दलों ने जीत हासिल की थी। फिलहाल दोनों ही गठबंधनों ने इस बार अपनी जीत के आंकड़ों को बढ़ाने के लिए ताकत लगाए हुए है। हालांकि इस बार सबसे रोचक चुनावी मुकाबला पंजाब में देखने को मिल रहा है, जहां चार प्रमुख दल यानी आप, भाजपा, कांग्रेस व अकाली दल मैदान में है।
सभी इस बार अलग-अलग चुनाव लड़ रहे है। गौरतलब है कि सात चरणों के लोकसभा चुनाव की शुरूआत वैसे तो 16 मार्च को चुनावों की घोषणा के साथ ही हुई थी, जिसमें पहले चरण के लिए मतदान 19 अप्रैल को हुआ था, जबकि दूसरे चरण के लिए मतदान 26 अप्रैल, तीसरे चरण के मतदान सात मई को, चौथे चरण के लिए मतदान 13 मई को, पांचवें चरण के लिए मतदान 20 मई को और छठे चरण के लिए मतदान 25 मई को हुआ था।
अंतिम चरण में इन राज्यों में है चुनाव
अंतिम चरण में जिन राज्यों में एक जून को मतदान होगा, उनमें बिहार की आठ, हिमाचल प्रदेश की चार, झारखंड की तीन, ओडिशा की छह, पंजाब की 13, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की नौ और केंद्र शासित चंडीगढ़ की एक सीट शामिल है।
निर्वाचन आयोग भी सतर्क
छठ चरणों का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के बाद निर्वाचन आयोग का पूरा जोर सातवें चरण के चुनाव को भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर है। जिसे लेकर वह पूरी ताकत से जुटी हुई है। आयोग इस दौरान हर दिन की चुनावी गतिविधियों पर पूरी नजर रख रहा है। साथ ही चुनाव के दौरान फैलाने जाने वाले दुष्प्रचारों को लेकर न सिर्फ सतर्क है बल्कि ऐसे झूठ की तुरंत हकीकत भी सामने ला रहा है। इस बीच आयोग ने पर्यवेक्षकों को भी अतिरिक्त सतर्क रहने का सुझाव दिया है।