यूपी एसटीएफ ने मथुरा में माफिया मुख्तार अंसारी गिरोह के खतरनाक अपराधी पंकज यादव को मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया। मारे गए गैंगस्टर पर एक लाख का इनाम घोषित था और उसकी राज्यभर में सरगर्मी से तलाश चल रही थी। फायरिंग के दौरान उसका एक साथी भागने में सफल रहा, जिसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है।
एसटीएफ प्रवक्ता के अनुसार, यूपी के मऊ जिले में ताहिरापुर रानीपुर के रहने वाले माफिया गिरोह के शूटर पंकज यादव के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या जैसे 40 से अधिक मुकदमे दर्ज चल रहे थे। मऊ के चर्चित मन्ना सिंह हत्याकांड के गवाह रामसिंह और उनकी सुरक्षा में चल रहे आरक्षी सतीश कुमार की हत्या में भी पंकज यादव शामिल रहा था। लंबे समय से वह मुख्तार अंसारी, शाहबुद्दीन और मुन्ना बजरंगी गैंग सदस्य रहा था और शार्प शूटर के रूप में वारदातों को अंजाम देता था।
मथुरा पुलिस को सूचना मिली थी कि पंकज यादव अपने साथी के साथ इलाके में मौजूद है। सूचना पर एसटीएफ के डिप्टी एसपी धर्मेश शाही की टीम ने थाना फरह इलाके में रोसू गांव के पास सुबह के वक्त घेराबंदी कर ली। फायरिंग में कुख्यात अपराधी पंकज यादव मारा गया, जबकि उसका एक साथी मौके से भागने में सफल रहा। मौके से पिस्टल, रिवॉल्वर, कारतूस और बाइक बरामद की गई है। गोली लगने के बाद पंकज यादव को अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पंकज यादव लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस को उसकी तलाश थी। यूपी और बिहार के माफिया गिरोहों के लिए वह भाड़े पर हत्याएं करता था। पंकज यादव के मारे जाने से यूपी-बिहार के कई थानों की पुलिस ने राहत की सांस ली है। आतंक का पर्याय बने रहे हिस्ट्रीशीटर पंकज यादव के कुछ साथियों के बारे में भी पुलिस व एसटीएफ को जानकारी हुई है, जिनकी तलाश शुरू कर दी गई है।