महाराष्ट्र पुलिस बाबा सिद्दीकी मर्डर केस की जांच में महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम को गिरफ्तार करने में कामयाब रही है। शिवकुमार और उसके साथियों को बहराइच जिले के नानपारा से यूपी एसटीएफ और मुंबई पुलिस अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी एक जॉइंट ऑपरेशन के तहत हुई, जिसमें यूपी एसटीएफ और मुंबई पुलिस ने मिलकर इस मामले में वांछित आरोपियों को पकड़ने के लिए काम किया।
बाबा सिद्दीकी, जो कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री हैं, की हत्या के बाद से शिवकुमार फरार था, और अब उसे पकड़ लिया गया है। इस गिरफ्तार के साथ ही इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस की उलझी हुई गुत्थियाँ सुलझाने में पुलिस को एक महत्वपूर्ण कदम मिला है।
कैसे मिला शूटर शिव कुमार की लोकेशन
शिवकुमार गौतम की गिरफ्तारी के लिए मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ की टीम ने 21 दिनों तक कड़ी मेहनत की और उसे ट्रैक किया। इस दौरान पुलिस ने शिवकुमार के परिवार और उसके करीबियों का पूरा डाटा खंगाला, जिसमें कुल 45 लोगों का रिकॉर्ड शामिल था। पुलिस ने इन 45 लोगों पर निगरानी रखी और उनके हर मूवमेंट को ट्रैक किया, यह जानने के लिए कि वे कहाँ जाते हैं और किससे मिलते हैं।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस की नजरें चार मुख्य संदिग्धों पर जा टिकीं, जो लगातार शिवकुमार से संपर्क में थे। इन चारों को ट्रैक करने के बाद, पुलिस ने उनकी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया और अंततः इनसे जुड़ी जानकारी से शिवकुमार को पकड़ने में सफलता पाई। यह गिरफ्तारी पुलिस की कड़ी मेहनत और व्यापक निगरानी के परिणामस्वरूप हुई, जिसने इस जघन्य हत्या मामले की गुत्थी को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
शिवकुमार को पकड़ने के लिए कैसे बिछाया जाल
शिवकुमार गौतम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक सटीक रणनीति बनाई और उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया। क्राइम ब्रांच ने पहले चार मुख्य आरोपियों पर कड़ी नजर रखी, जिनके बारे में पता चला कि वे लगातार शिवकुमार से संपर्क में थे। पुलिस ने इन चारों की लोकेशन ट्रैक की और यह पुष्टि की कि ये चारों लोग शिवकुमार से मिलते हैं।
इसके बाद, क्राइम ब्रांच ने 10 तारीख का इंतजार किया, जब इन चारों का शिवकुमार से मिलने का कार्यक्रम था। पुलिस ने इस मौके का फायदा उठाने के लिए शिवकुमार के सेफ हाउस पर भी अपनी योजना बनाई और जाल बिछाया। जैसे ही शिवकुमार अपने साथियों के साथ उस स्थान पर पहुंचा, क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ ने तत्परता से कार्रवाई की और उसे और उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया।
इस रणनीतिक जाल को बिछाने के बाद पुलिस ने पूरी योजना को सटीक तरीके से अंजाम दिया, जिससे शिवकुमार और उसके साथियों की गिरफ्तारी संभव हो पाई।