उत्तर प्रदेश के संभल जिले में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा किए जा रहे सर्वेक्षण को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खास बात यह है कि यह सर्वेक्षण एक मुस्लिम बहुल इलाके में हो रहा है, और वहाँ सनातन संस्कृति के संभावित प्रमाण मिल रहे हैं। इस घटनाक्रम ने स्थानीय लोगों और इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों के बीच उत्सुकता बढ़ा दी है।
मुख्य बिंदु:
- कल्कि विष्णु मंदिर पर फोकस:
- ASI की टीम ने कल्कि विष्णु मंदिर पर विशेष ध्यान दिया है और यहां सर्वेक्षण जारी है।
- यह मंदिर अपने नाम और संरचना के कारण सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है, और यहाँ से सनातन संस्कृति से संबंधित प्रमाण मिलने की संभावना है।
- प्रशासन की निगरानी:
- ASI की टीम के साथ स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं, जिससे सर्वेक्षण प्रक्रिया की सुरक्षा और निष्पक्षता सुनिश्चित हो रही है।
- यह दर्शाता है कि राज्य सरकार और प्रशासन इस सर्वेक्षण को गंभीरता से ले रहे हैं।
- सनातन संस्कृति के सबूत:
- संभल में पहले से ही सनातन संस्कृति से जुड़े कई ऐतिहासिक संदर्भ मिल चुके हैं।
- अगर इस सर्वेक्षण में और प्रमाण मिलते हैं, तो यह क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान दे सकता है।
- स्थानीय और राष्ट्रीय महत्व:
- संभल का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। अगर सर्वेक्षण में महत्वपूर्ण निष्कर्ष सामने आते हैं, तो यह न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी ऐतिहासिक महत्व रखेगा।
- यह इलाका भारतीय इतिहास और संस्कृति के अध्ययन में नया अध्याय जोड़ सकता है।
- संवेदनशीलता का पहलू:
- यह क्षेत्र मुस्लिम बहुल है, इसलिए सर्वेक्षण और उसके निष्कर्षों को लेकर सामाजिक संवेदनशीलता का ध्यान रखना भी आवश्यक होगा।
- प्रशासन और ASI को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करना होगा ताकि कोई विवाद न उत्पन्न हो।
कूप के चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार
आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।
साल 2021 में आए थे सीएम योगी
बता दें कि शुक्रवार को ASI की टीम ने 5 तीर्थ और 19 कूपों यानि कुल 24 जगहों का सर्वे किया था। आज कृष्ण कूप का सर्वेक्षण किया जाएगा। ये कूप संभल में कल्कि मंदिर के पास है। जो बहुत ही प्राचीन है। मंदिर के गेट पर एक बोर्ड लगा हुआ है। इसपर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम भी लिखा हुआ है। बताया जा रहा है कि साल 2021 में सीएम योगी यहां आए थे। अब यहां के कूपों और तीर्थों के सर्वे का काम किया जा रहा है।
46 साल बाद खोला गया मंदिर
भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण विभाग की टीम ने शुक्रवार को कई जगहों पर सर्वेक्षण किया था। उसमें कार्तिक महादेव मंदिर भी शामिल है, जिसे 46 साल बाद 14 दिसंबर को खोला गया था। बताया जा रहा है कि ये मंदिर 1978 के दंगे के बाद से बंद था। सर्वे को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं। जिस पर संभल के डीएम ने साफ कर दिया है कि किसी दरगाह या मस्जिद का सर्वेक्षण नहीं किया गया है।