संसद में बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान विजिटर गैलरी से 2 शख्स अंदर घुस गए, जिससे अचानक अफरा-तफरी मच गई. इस घटना के कुछ देर बाद ही संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया. दोनों ने केन के जरिए पीले रंग का धुआं फैला दिया था. इस पूरे मामले में 5 लोग पकड़े गए हैं. गिरफ्तार की गई महिला का नाम नीलम आजाद है. हालांकि नीलम की गिरफ्तारी से किसान नेता नाराज हैं. उन्होंने नीलम को रिहा करने की मांग की है.
हरियाणा के जींद के आजाद पालवा ने आंदोलन की धमकी दी और कहा कि यदि नीलम को नहीं रिहा किया गया तो वो संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन करेगी. आजाद ने कहा, देश के अंदर बेरोजगारी बहुत है, तानाशाही भी बहुत है. यह सरकार झूठ के निर्णय पर बनी थे. नीलम ने कोई गलत काम नहीं किया है. गांव के लोग और संयुक्त किसान मोर्चा बेटी के साथ है.
किसान नेता ने नीलम को ठहराया सही
इसको लेकर किसान नेता आजाद पालव का कहना है कि नीलम बेटी ने जो किया, सही किया है, क्योंकि लगातार देश के अंदर बेरोजगारी बढ़ रही है। बता दें कि संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ UAPA की धाराओं और IPC सेक्शन 120B, 452 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल चारों आरोपियों की शैक्षणिक पृष्ठभूमि, किसी विरोध प्रदर्शन या रैली सहित पिछली गतिविधियों में उनकी भागीदारी और कल की घटना से पहले क्या वे संसद गए थे, सहित अलग-अलग बिंदुओं की जांच करेगी। जांच उनकी सोशल मीडिया गतिविधियों और इतिहास की जांच पर भी केंद्रित होगी।
डेढ़ साल पहले से बना रहे थे प्लान
इस मामले में ये भी जानकारी सामने आई कि तकरीबन डेढ़ साल पहले सभी आरोपी मैसूर में मिले थे। कुछ महीने पहले फिर एक बार मिले और फिर प्लान बनाया गया। जुलाई में सागर लखनऊ से आया, लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा पाया था। 10 दिसंबर को एक-एक कर सभी अपने अपने राज्य से दिल्ली पहुंचे। सभी लोग 10 दिसंबर की रात गुरुग्राम में विक्की के घर पहुंचे थे। देर रात ललित झा भी गुरुग्राम पहुंच गया था। अमोल महाराष्ट्र से कलर वाला पटाखा लेकर आया था। सभी लोग इंडिया गेट पर मिले जहां सभी को कलर वाला पटाखा बांटा गया। इसके बाद 12 बजे दोनों आरोपी संसद भवन के अंदर दाखिल हुए। ललित हंगामे के दौरान बाहर से वीडियो बना रहा था। जैसे ही हंगामा हुआ तो ललित सभी का मोबाइल लेकर भाग गया। इनकी मुलाकात सोशल मीडिया पर हुई थी फिर आपस में बात करने के लिए सिग्नल एप का इस्तेमाल करने लगे।
कौन है नीलम?
नीलम हरियाणा के जिंद की रहने वाली है. नीलम ने बीए, एमए, बीएड, एमएड, सीटीईटी, एमफिल और नेट उत्तीर्ण किया है. हालांकि, उन्हें कोई नौकरी नहीं मिली. वर्षों तक बेरोजगार रहने के बाद वह हिसार में हरियाणा राज्य सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी शुरू की, जहां वह एक पीजी में रह रही थीं. रिपोर्ट के मुताबिक, 25 नवंबर को नीलम यह कहकर पीजी से निकली थी कि वह अपने घर जींद जा रही है, जहां उसके माता-पिता मिठाई की दुकान है.
नीलम के माता-पिता को नीलम के संसद भवन जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.नीलम की मां ने बताया कि दो दिन पहले नीलम घर पर थी. बाद में वह यह कहकर वहां से चली गई कि वह हिसार जा रही है.नीलम के भाई ने बताया कि उनका किसी पार्टी या संगठन से कोई संबंध नहीं है. हालांकि, परिवार ने स्वीकार कर लिया है कि उसने किसानों के विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था. पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान उसे गिरफ्तार भी किया गया था.