सनातन धर्म के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Tamil Nadu CM MK Stalin’s son Udhayanidhi Stalin) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में FIR दर्ज हुई है। इसी FIR में स्टालिन का समर्थन करने वाले प्रियांक खड़गे को भी नामजद किया गया है।
प्रियांक खड़गे कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे हैं। यह केस राम सिंह लोधी और हर्ष गुप्ता नाम के 2 वकीलों ने रामपुर जिले के थाना सिविल लाइन्स में दर्ज करवाई है। मंगलवार (5 सितंबर 2023) को दर्ज इस FIR में आरोपितों पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और 2 समुदायों के बीच नफरत फ़ैलाने का आरोप लगाया गया है।
शिकायतकर्ताओं ने अपनी तहरीर में बताया कि उदयनिधि स्टालिन ने अपने भाषण में सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया व कारोना से करते हुए सनातन धर्म के नाश की बातें कहीं हैं। शिकायतकर्ताओं ने उदयनिधि का यह बयान 4 सितंबर 2023 को एक समाचार पत्र में पढ़ने की जानकारी दी है।
दोनों वकीलों ने खुद को सनातन धर्म का अनुयायी बताया और स्टालिन के बयान से खुद को आघात पहुँचने का आरोप लगाया। शिकायत में आगे दोनों वकीलों ने उदयनिधि स्टालिन के बयान को विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता फैलाने वाला और सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाला बताया है। इस हरकत को जानबूझकर की गई बताते हुए इसकी मंशा लोगों की आस्था को चोट पहुँचाना बताई गई है।
शिकायत में आगे 5 सितंबर 2023 को एक अन्य समाचार पत्र में कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के बयान का भी जिक्र किया गया है। प्रियांक खड़गे पर एक भाषण के दौरान उदयनिधि स्टालिन के बयान का समर्थन करने और सनातन धर्म को बीमारी बताने का आरोप लगाया गया है।
प्रियांक खड़गे कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज्यमंत्री हैं, जबकि उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु में युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री हैं। एडवोकेट हर्ष और राम सिंह ने दोनों आरोपितों पर कार्रवाई की माँग की है।
पुलिस ने इस शिकायत पर उदयनिधि स्टालिन और प्रियांक खड़गे पर IPC की धारा 153A व 295A के तहत FIR दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर नरेश कुमार इस मामले की जाँच कर रहे हैं। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
बताते चलें कि उदयनिधि स्टालिन की आपत्तिजनक बयानबाजी के बाद पूरे देश में उनके खिलाफ लोगों में गुस्सा है। हजारीबाग़ में स्टालिन के पुतले के पीछे बाँस घुसेड़ कर प्रदर्शन हुआ है। उत्तराखंड में भी उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई है।