देश में तीन नए आपराधिक कानून लागू होने के बाद उत्तर प्रदेश में भी पहला मामला दर्ज हो चुका है। यहां बरेली के पीलीभीत में एक युवक का बच्चा गायब हो गया है। मामला बारादरी थाना क्षेत्र का है। यहां सुशील कुमार ने 28 जून को अपने बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन एक जून को उसे सूचित किया गया कि बच्चा गायब हो चुका है। इसके बाद पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई है।
सुशील कुमार सुनगडी के रहने वाले हैं और उनका गांव गौटिया थाना क्षेत्र में आता है। जनपद पंचायत पीलीभीत है। पीड़ित ने 28 जून को सुबह नौ बजे अपने एक माह के बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया था। बरेली में अपोलो अस्पताल दोहरा रोड में है। अस्पताल से गायब हुए बच्चे का नाम इंद्रजीत है। अपोलो अस्पताल की तरफ से बच्चे के गायब होने की जानकारी परिजन को एक जुलाई (सोमवार) को सुबह छह बजे दी गई।
History in the making- PS Rehra in Amroha district becomes one of the first police stations in Uttar Pradesh to file an FIR under the new Bharatiya Nyaya Sanhita, marking a significant milestone in the state’s law enforcement. pic.twitter.com/sJAnL6eqVZ
— UP POLICE (@Uppolice) July 1, 2024
पुलिस ने दर्ज किया मामला
बरेली पुलिस ने तीन नए आपराधिक कानूनों के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले की जांच सब इंसप्केटर विपिन कुमार को सौंपी गई है। नए कानून में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं। ऐसे में एक महीने के बच्चे की चोरी करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकेगी। अब सबूतों को लेकर भी बदलाव किया गया है और डिजिटल सबूतों पर जोर दिया गया है। ऐसे में पुलिस अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज के अलावा एंट्री के रजिस्टर के जरिए भी छानबीन आगे बढ़ सकती है और दोषी के खिलाफ सबूत इकट्ठे कर सकती है।
Today UP steps into a new era with implementation of three new laws – they mark a historic shift from colonial era codes to a modernised legal framework. Kudos to #UPDGP#UPPolice for their commitment to ensuring justice & public safety under the new system#NayeBharatKeNayeKanoon
— OP Singh (@OP_Singh83) July 1, 2024
नए कानून के तहत सभी गवाहों के बयानों का वीडियो रिकॉर्ड किया जाएगा। ऐसे में नर्स और अस्पताल के अन्य स्टाफ के बयान के वीडियो रिकॉर्ड किए जाएंगे और बयान से पुलिस को बच्चा चोरी करने वाले अपराधी तक पहुंचने में मदद मिल सकती है।