भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालिया घटनाओं, ऑपरेशन सिंदूर, और भारत की कूटनीतिक-सैन्य प्रतिक्रिया के गंभीर रणनीतिक पहलुओं को दर्शाती है। आइए इसे गहराई से समझें।
मुख्य बिंदु: ऑपरेशन सिंदूर, तनाव और विदेश सचिव की ब्रीफिंग
घटक | विवरण |
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ऑपरेशन सिंदूर | भारतीय सेना द्वारा सीमा पार आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई। पहलगाम हमले की प्रतिक्रिया में हुआ। |
हमले का संदर्भ | पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई नागरिकों/सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई। |
भारत की प्रतिक्रिया | सीमा पार आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई। |
सीजफायर | 10 मई को दोनों देशों ने सीजफायर की घोषणा की। बताया गया कि पाकिस्तान ने पहले पहल की। |
विदेश सचिव की ब्रीफिंग | विक्रम मिस्री 20 मई को संसदीय समिति (शशि थरूर की अध्यक्षता में) को जानकारी देंगे। |
विस्तृत चर्चा के मुद्दे |
- पाकिस्तान के साथ मौजूदा राजनयिक संबंध
- क्षेत्रीय स्थिरता पर प्रभाव
- भारत की बदलती विदेश नीति प्राथमिकताएँ
- सीमा पार आतंकवाद की चुनौतियाँ |
ऑपरेशन सिंदूर: रणनीतिक महत्व
पहलू | विवरण |
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प्रकार | सीमित परंतु सटीक सैन्य ऑपरेशन, जैसा कि सर्जिकल स्ट्राइक (2016) या बालाकोट एयरस्ट्राइक (2019) में देखा गया। |
राजनयिक संदेश | भारत ने स्पष्ट किया कि सीमा पार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह LOC पार हो या अंतरराष्ट्रीय मंच पर। |
पाकिस्तानी प्रतिक्रिया | जवाबी कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि सीजफायर की पहल पाक की ओर से आई, जिससे भारत की सैन्य बढ़त स्पष्ट होती है। |
विदेश सचिव विक्रम मिस्री की भूमिका
- मिस्री भारत की विदेश नीति के उच्च स्तरीय रणनीतिक योजनाकार हैं।
- वे पहले भी बांग्लादेश, नेपाल, कनाडा जैसे देशों के साथ संबंधों पर समिति को ब्रीफ कर चुके हैं।
- इस बार फोकस होगा:
- भारत-पाक तनाव का आकलन
- सीमा पार खतरों की पुनरावृत्ति की आशंका
- भारत की विदेश नीति का पुनःसंरेखन, विशेषतः पाकिस्तान, अफगानिस्तान और चीन के संदर्भ में।
राजनीतिक आयाम
- विपक्षी दलों ने सर्वदलीय बैठक या संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।
- हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही राष्ट्र को संबोधित कर बताया:
- “भारतीय सेना के पराक्रम के सामने पाकिस्तानी सेना ने घुटने टेके।”
- यह कूटनीतिक बयान वैश्विक स्तर पर भी पाकिस्तान की स्थिति को कमजोर करता है।
बड़े रणनीतिक प्रश्न
- क्या ऑपरेशन सिंदूर एक नई सैन्य नीति का संकेत है, जहां भारत हर आतंकी हमले के जवाब में सीमा पार कार्रवाई करेगा?
- भारत-पाक के बीच बनी सीजफायर की समझदारी कब तक चलेगी?
- क्या भारत अब पाकिस्तान के साथ पूर्ण राजनयिक संबंधों की बहाली से दूर रहेगा जब तक आतंकवाद का समर्थन बंद न हो?
निष्कर्ष
- ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि रणनीतिक संकल्प का प्रदर्शन था।
- विक्रम मिस्री की प्रस्तुति आने वाले महीनों में भारत की विदेश नीति दिशा तय करने में निर्णायक होगी।
- भारत अब “सहानुभूति आधारित कूटनीति” नहीं, बल्कि “सैन्य-समर्थित कूटनीति” की ओर बढ़ रहा है।