पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने सक्रिय राजनीति ने संन्यास लेने का फैसला लिया है. उन्होंने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है. गौतम गंभीर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद हैं. भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों के लिए अपनी पहली सूची आज जारी कर सकती है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इस बार कई मौजूदा सांसदों का टिकट कट सकता है.
गौतम गंभीर ने ट्वीट में क्या लिखा
गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है… मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें, ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं. मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माननीय गृह मंत्री को हृदय से धन्यवाद देता हूं. मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए, जय हिन्द!”
I have requested Hon’ble Party President @JPNadda ji to relieve me of my political duties so that I can focus on my upcoming cricket commitments. I sincerely thank Hon’ble PM @narendramodi ji and Hon’ble HM @AmitShah ji for giving me the opportunity to serve the people. Jai Hind!
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) March 2, 2024
गौतम गंभीर किसे हराकर सांसद बने?
गौतम गंभीर ने 22 मार्च 2019 को भारतीय जनता का दामन थामा था. भाजपा ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया था. गौतम गंभीर ने आम आदमी पार्टी की आतिशी और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की थी.
गौतम गंभीर ने 2014 में एक फाउंडेशन की नींव रखी थी. इस फाउंडेशन का उद्देश्य था कि दिल्ली में कोई भूखा न सोए. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए 2017 में दिल्ली के पटेल नगर में फाउंडेशन के माध्यम से सामुदायिक रसोई की स्थापना की गई. फाउंडेशन की मुख्य परियोजना अर्धसैनिक शहीदों के अधिक से अधिक बच्चों तक पहुंचना और उनकी संपूर्ण शैक्षिक आवश्यकताओं का समर्थन करके उन्हें सशक्त बनाना है. इसके अलावा, जीजीएफ पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर जागरूकता पैदा करने के लिए वंचित घरों की किशोर लड़कियों के साथ काम करता है, और शहर में वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए पेड़ लगाकर दिल्ली को हरा-भरा बनाने का प्रयास करता है.
भारतीय जनता पार्टी, निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले बड़ी संख्या में उम्मीदवारों की घोषणा करना चाहती है. लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है. भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए हुई मैराथन बैठक में करीब 16 राज्यों के लिए नामों पर विचार-विमर्श किया. ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि पहली सूची में कई दिग्गजों के नाम शामिल हो सकते हैं.