झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विशेष पीएमएलए अदालत ने धन शोधन मामले में न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पीएमएलए कोर्ट ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में हेमंत सोरेन की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत सोमवार को तीन दिन के लिए बढ़ा दी गई थी. धनशोधन मामले में केंद्रीय एजेंसी द्वारा सात घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें 31 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। उससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
पूर्व मुख्यमंत्री की ओर से पेश हुए महाधिवक्ता राजीव रंजन ने बताया, “हेमंत सोरेन को आज विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया और उन्हें 22 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. हम उनके लिए जमानत याचिका दायर करेंगे.”
वहीं, वकील संजय कुमार ने बताया कि आज ईडी, हेमंत सोरेन को विशेष पीएमएलए अदालत में लेकर आई थी. रिमांड की अवधि खत्म हो चुकी थी, इसलिए अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. साथ ही उन्होंने बताया कि विचाराधीन कैदियों को आमतौर पर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है.
हेमंत सोरेन को अदालत से रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार ले जाया गया. उन्हें 31 जनवरी को ईडी ने गिरफ्तार किया था. 2 फरवरी को, अदालत ने सोरेन को पांच दिनों की ईडी हिरासत दी और इसे कुल मिलाकर सात दिनों के लिए दो बार बढ़ाया.