कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोप्धयाय ने बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उन्होंने आज पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलवाई और उनका पार्टी में स्वागत किया. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा”आज मैंने एक नए क्षेत्र में कदम रख लिया है.. जिस तरह से उन्होंने मेरा स्वागत किया है वह अभिभूत करने वाला है… हर कोई जानता है कि भ्रष्टाचार से लड़ना है.” इसके साथ ही उन्होंने संदेशखाली घटना पर भी प्रतिक्रिया दी.
अभिजीत गंगोपध्याय ने संदेशखाली पर कहा, ”यह बहुत बुरी घटना है. नेता वहां गये हैं. उन्हें वहां पहुंचने से रोका गया है. इसके बावजूद, वे वहां पहुंचे और महिलाओं के साथ खड़े हुए और भाजपा संदेशखाली में उत्पीड़ित लोगों का मुद्दा उठा रही है.” उन्होंने पार्टी में शामिल होते हुए खुशी जताई और कहा,”मैं बीजेपी में शामिल होकर खुश हूं और पार्टी के सिपाही के तौर पर काम करूंगा. हमारा उद्देश्य राज्य से भ्रष्ट टीएमसी शासन को बाहर करना है.”
अभिजीत गंगोपाध्याय ने दो दिन पहले ही कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश पद से इस्तीफा दिया था. उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद गंगोपाध्याय ने मंगलवार को घोषणा की थी कि वह भाजपा में शामिल होंगे. उनका साल्ट लेक स्थित बीजेपी कार्यालय में भव्य स्वागत किया गया और पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने उन्हें पार्टी का झंडा सौंपा.
LIVE: Press Conference by @drsukantabjp, State President & MP at Saltlake BJP Office. https://t.co/0MiTL2ODzC
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) March 7, 2024
नरेंद्र मोदी परिवार में हुआ अभिजीत का स्वागत
भाजपा नेता और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल की राजनीति को अभिजीत गंगोपाध्याय जैसे व्यक्ति की जरूरत है.” वहीं, सुकांत मजूमदार ने कहा, ”बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर मैं नरेंद्र मोदी के परिवार में पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय का हमारी पार्टी में स्वागत करता हूं.”
सुकांत मजूमदार ने युवाओं का किया आह्वान
सुकांत मजूमदार ने आगे कहा, “मेरा मानना है कि उन्होंने जिस तरह से वंचित, शोषित पीड़ितों के लिए जस्टिस के तौर पर काम किया है. बंगाल, भाजपा के नेतृत्व में वह उस काम को आगे बढ़ाएंगे. आने वाले भविष्य में बंगाल की राजनीति करवट लेगी. बंगाल के पढ़े-लिखे युवाओं के लिए यह सही समय है कि वे आगे आएं और राज्य की राजनीति को मोड़ने में अपना योगदान दें.”