बेंगलुरु भगदड़ कांड ने न केवल कर्नाटक को बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया है। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) की पहली आईपीएल जीत का जश्न उस समय मातम में बदल गया जब भीड़ पर नियंत्रण नहीं रख पाने के कारण भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक घटना में 11 लोगों की मौत और 60 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। अब इस मामले में कर्नाटक पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सबसे प्रमुख नाम है आरसीबी के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले का, जिसे मुंबई भागने की फिराक में बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट से सुबह करीब 6.30 बजे गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के तीन सदस्यों — सुनील मैथ्यू (उपाध्यक्ष), किरण और सुमंत — को हिरासत में लिया गया है। सुनील इस इवेंट की मुख्य रूपरेखा और संचालन के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं।
घटना को लेकर भारतीय न्याय संहिता (IPC) की कई धाराओं में FIR दर्ज की गई है, जिनमें गैर इरादतन हत्या जैसी गंभीर धाराएं भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, कार्यक्रम को लेकर किसी सक्षम प्रशासनिक अनुमति के बिना सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित किया गया था, जिससे भारी भीड़ इकट्ठा हुई और सुरक्षा व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हुईं।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए आरसीबी टीम, डीएनए एंटरटेनमेंट, और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के जिम्मेदारों की गिरफ्तारी के आदेश दिए। KSCA के दो अधिकारी — सचिव शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम — अभी फरार हैं, और पुलिस उन्हें तलाशने में जुटी है।
पुलिस की जवाबदेही भी तय की गई है। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है, और सीमांत कुमार सिंह को नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। इस बीच, केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) ने डीसीपी अक्षय की अगुआई में रातभर अभियान चलाकर गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी की। अब इन सभी आरोपियों को अपराध जांच विभाग (CID) को सौंपा जाएगा।