अगर सबकुछ ठीक रहा तो अगले साल यानी 26 जनवरी 2024 को हम फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भारत के रिपब्लिक डे परेड में शामिल होता हुआ देखेंगे. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों को निमंत्रण भारत-फ्रांस के मजबूत होते रिश्तों को दर्शाता है. बता दें प्रधानमंत्री मोदी 14 जुलाई को पेरिस में होने वाली बेस्टाइल डे परेड में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए थे.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति R को 2024 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया है। यह किसी फ्रांसीसी नेता को आमंत्रित किए जाने का छठा मौका है. 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर महत्वपूर्ण कार्यक्रम, 1950 के उस दिन की याद में जब भारत का संविधान लागू हुआ, जो देश के एक गणतंत्र में परिवर्तन का प्रतीक था.
फ्रांस के मैक्रों को निमंत्रण भारत-फ्रांस के मजबूत होते रिश्तों को दर्शाता है. बता दें प्रधानमंत्री मोदी 14 जुलाई को पेरिस में होने वाली बेस्टाइल डे परेड में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए थे.भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक सैन्य बैंड के नेतृत्व में सेना के तीनों अंगों की 241 सदस्यीय भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी परेड में भाग लिया था. भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व पंजाब रेजिमेंट ने राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के साथ किया. हाशिमारा के 101 स्क्वाड्रन से भारतीय वायु सेना के राफेल जेट परेड के दौरान फ्लाई पास्ट का हिस्सा बने थे.
ये फ्रांसीसी राष्ट्रपति हो चुके हैं शामिल
साल 1976 में फ्रांसीसी प्रधानमंत्री जैक्स शिराक रिपब्लिक डे में शामिल होने होले पहले नेता थे. इसके बाद 1980 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति वैलेरी गिस्कार्ड डी’एस्टेंग, 1998 में राष्ट्रपति जैक्स शिराक, 2008 में राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी और 2016 में राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भारत के गणतंत्र दिवस में शामिल हो चुके हैं. भारत ने अब तक सबसे ज्यादा फ्रांसीसी नेताओं को ही अपने रिपब्लिक डे में आमंत्रित किया है.
भारत ने खरीदा था 36 राफेल
भारत और फ्रांस के मजबूत रिश्तों की एक कड़ी रफाल डील है. भारत के पास फिलहाल राफेल के एयर फोर्स वर्जन हैं. 36 राफेल भारत सरकार अब तक खरीद चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स में कुछ और राफेल भारत के खरीदने की चर्चाएं हाल फिलहाल में होती रही हैं. राफेल खरीद में भ्रष्टाचार के भी आरोप कांग्रेस पार्टी लगाती रही है लेकिन कोर्ट में यह मामला नहीं टिक पाया था.
बाइडेन के शामिल होने की थी उम्मीद
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने की उम्मीद थी. भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने सितंबर में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडन को अगले साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है. हालांकि ऐसा हो नहीं सका.