प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मोटापे पर चिंता जताने और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने की अपील के बाद, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) अब सक्रिय हो गया है। प्राधिकरण ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश जारी किए हैं कि वे:
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तेल और चीनी की खपत कम करें
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संतुलित आहार को प्रोत्साहित करें
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खाद्य सुरक्षा निगरानी तंत्र को मजबूत करें
तेल-चीनी की खपत 10% तक घटाने के निर्देश
FSSAI ने स्पष्ट कहा कि सभी सरकारी और निजी संस्थानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खाद्य पदार्थों में तेल की खपत को 10% तक कम किया जाए। इसके साथ-साथ संतुलित और पौष्टिक आहार को बढ़ावा दिया जाए ताकि मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह जैसी बीमारियों को रोका जा सके।
CBSE स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ की पहल
FSSAI की बैठक में CBSE की पहल – स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ लगाने का विचार भी प्रमुखता से सामने आया। इस पहल के तहत:
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बच्चों को अधिक चीनी के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी जाएगी
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बोर्ड पर विज़ुअल जानकारी और चेतावनी संदेश लगाए जाएंगे
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माता-पिता और बच्चों दोनों में जागरूकता फैलाई जाएगी
FSSAI ने सभी राज्यों से आग्रह किया कि वे इस पहल को अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों में अनिवार्य रूप से लागू कराएं।
खाद्य सुरक्षा निगरानी को किया जाएगा सुदृढ़
राज्य सरकारों से यह भी कहा गया कि वे:
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बाजारों, स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थलों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की सख्ती से निगरानी करें
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जरूरत पड़ने पर नमूनों की जांच और लाइसेंस नवीनीकरण में कठोरता बरतें
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इस अभियान को स्वच्छ भारत, फिट इंडिया और आयुष मिशनों से भी जोड़ा जाए
FSSAI ने भरोसा दिलाया कि वह सभी राज्यों को तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण और ज़रूरी संसाधन उपलब्ध कराएगा ताकि यह अभियान जमीनी स्तर तक पहुंच सके।
बैठक में विविध क्षेत्रों की भागीदारी
इस व्यापक विचार-विमर्श बैठक में 60 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
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राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा आयुक्त
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केंद्रीय मंत्रालयों के अधिकारी
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खाद्य उद्योग, उपभोक्ता संगठनों और कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञ
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वैज्ञानिक, शोधकर्ता, प्रयोगशाला प्रतिनिधि
सभी ने सहमति जताई कि देश में बढ़ते मोटापे और अस्वस्थ खानपान की प्रवृत्ति को रोकना अत्यावश्यक है और इसके लिए एकजुट प्रयासों की आवश्यकता है।
यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘स्वस्थ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम है। FSSAI का यह कदम यदि राज्यों द्वारा प्रभावी ढंग से लागू किया गया, तो यह बच्चों से लेकर युवाओं और वयस्कों तक की खानपान संबंधी आदतों में व्यापक सुधार ला सकता है।