राजस्थान के जोधपुर में 51 वर्षीय ब्यूटीशियन अनीता चौधरी उर्फ अनीता जाट की हत्या का मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन को पुलिस ने मुंबई से दबोच लिया है। उसे शुक्रवार (8 नवंबर) की रात को जोधपुर लाकर पूछताछ की जा रही है। हत्या के बाद गुलामुद्दीन मुंबई से बिहार के रास्ते नेपाल भागने की कोशिश कर रहा था। उसके पास से गफ्फार नाम की एक फर्जी ID भी मिली है
जोधपुर डीसीपी (वेस्ट) राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि गुलामुद्दीन वारदात के बाद अहमदाबाद होते हुए मुंबई भाग गया था। वह बिहार की ट्रेन पकड़ कर नेपाल भागने की योजना बना रहा था। मुंबई में बिहार जाने के लिए उसने ट्रेन का टिकट बुक करने के लिए अपना मोबाइल फोन ऑन किया था। इसके बाद पुलिस को उसकी लोकेशन का मुंबई का पता चल गया।
आनन-फानन में राजस्थान पुलिस मुंबई पहुँची। इसके बाद उसने अपना फोन फिर स्विच ऑफ कर दिया। मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर जैसे ही उसने अपना फोन ऑन किया तो पुलिस उसे दबोचने के लिए दौड़ी। स्टेशन पर पुलिस को देखकर वह भागा तो पुलिस ने बाइक से उसका पीछा करके उसे दबोच लिया। इसके बाद जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी करके उसे जोधपुर लाया गया।
डीसीपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि गुलामुद्दीन ने अपना नाम बदलकर गफ्फार रख लिया था। उसकी तलाशी में उसके पास से गफ्फार नाम की एक फर्जी पहचान पत्र और बिहार जाने के लिए ट्रेन का टिकट मिला है। उन्होंने बताया कि हत्या की जाँच के दौरान उसके पास पुलिस का कॉल आया तो वह जोधपुर से बस पकड़कर गुजरात के अहमदाबाद शहर भाग गया। वहाँ से ट्रेन पकड़कर वह मुंबई चला गया।
गुलामुद्दीन ने मुंबई में अपनी पहचान छुपाने के लिए “गफ्फार” नाम की फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया और हाजी अली, काठियावाड़, और चौपाटी जैसे क्षेत्रों में विभिन्न लॉज में ठहरा। पुलिस को उसकी लोकेशन ट्रैक करने में मुश्किलें आईं क्योंकि वह कुछ ही मिनटों के लिए अपने मोबाइल को ऑन करता था, जिससे उसकी अहमदाबाद और बाद में मुंबई की लोकेशन मिल सकी थी।
7 नवंबर को, जब वह बिहार जाने के लिए टिकट लेकर मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर रुका था, तब उसने मोबाइल ऑन किया, जिससे उसकी अंतिम लोकेशन पुलिस को मिली। वहाँ पुलिस ने संदेह के आधार पर उसकी आईडी पूछी, जिसमें उसने “गफ्फार” नाम का फर्जी पहचान पत्र दिखाया। हालांकि, उसके हुलिए में बदलाव के कारण पुलिस उसे तुरंत नहीं पहचान सकी, लेकिन जब अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे गौर से देखा तो उन्होंने पहचान लिया। पुलिस ने तुरंत बाइक से पीछा कर उसे गिरफ्तार कर लिया और फिर कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उसे जोधपुर लाया गया।
आपराधिक इतिहास है गुलामुद्दीन का
पुलिस जांच में पता चला है कि गुलामुद्दीन आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है, जिसने कई लूट और जहरखुरानी की वारदातें की हैं। उसकी चालाकी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह पुलिस से बचने के लिए मोबाइल का उपयोग बहुत कम करता था और पहचान छिपाने के लिए कैप पहनता था।
कुछ महीने पहले उसने अपने पड़ोस में रहने वाली एक महिला का सोने का जेवर (तिमणिया) लूटने की साजिश रची थी। ग्रीन सिटी क्षेत्र में रहने वाली इस महिला के सोने के जेवर पर उसकी नजर थी। उसने एक धार्मिक कार्यक्रम की आड़ में महिला के परिवार, अपनी बीवी और तीनों बेटियों को नशीला शर्बत पिला दिया। सभी लोग बेहोश हो गए थे, लेकिन पड़ोसी महिला को शक हो गया और उसने शर्बत नहीं पिया, जिससे उसका जेवर और शायद जान भी बच गई।
इस घटना से पड़ोसियों को उस पर संदेह हुआ, लेकिन गुलामुद्दीन ने अपनी बीवी और बेटियों के बेहोश होने का तर्क देकर अपनी साजिश को छिपा लिया। उसने लोगों को समझाया कि बाजार से लाए गए शर्बत में कोई खराबी थी, जिसके कारण सभी बेहोश हो गए थे।
लूटने के इरादे से अनीता चौधरी को बुलाया था घर
जांच में सामने आया है कि गुलामुद्दीन, जो अनीता चौधरी को बहन मानता था और उससे करीब 25 साल पुराना परिचय रखता था, ने अनीता के गहनों को देखकर उसकी हत्या और लूट की साजिश रची। 27 अक्टूबर को उसने अनीता को अपने गंगाना स्थित घर पर बुलाया। पहले से ही अपनी पत्नी आबिदा परवीन और तीनों बेटियों को बाहर भेज कर, उसने अनीता को ऑटो रिक्शा से रिसॉर्ट के पास पहुँचने पर घर लाया। वहाँ उसने अनीता को नशीला शर्बत पिलाया, जिससे वह बेहोश हो गई।
बेहोशी की हालत में उसने अनीता के सोने के गहने – मंगलसूत्र और तीन अंगूठियाँ – निकाल लिए। जब देर रात तक अनीता को होश नहीं आया, तो उसने चाकू से उसके माथे पर हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव को 6 टुकड़ों में काटकर एक बोरे में बंद करके उसे दफन कर दिया।
पुलिस अब गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा परवीन से गहराई से पूछताछ कर रही है और उसे कोर्ट से 6 दिन की रिमांड पर लिया है। पूछताछ में अन्य संदिग्ध व्यक्तियों, जिनमें प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी का नाम भी शामिल है, की भूमिका की भी जांच की जाएगी ताकि मामले में और खुलासे हो सकें।
शव का अभी तक नहीं हुआ है पोस्टमार्टम
उधर अनीता के शव का 10 दिन बीत जाने के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। उसके परिजन 1 करोड़ रुपए मुआवजा और एक व्यक्ति की सरकारी नौकरी की माँग करते हुए धरना दे रहे हैं। प्रशासन के साथ मृतक के परिजनों का कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। वहीं, शव के अंतिम संस्कार को लेकर पुलिस परिजनों को सफीना नोटिस भी जारी कर चुकी है।
इतना ही नहीं, इतना दिन बीत जाने के बावजूद शव का अभी तक पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। परिजन इसका लगातार विरोध कर रहे हैं। इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। हनुमान बेनीवाल सहित कई नेता तेजा मंदिर के पास धरने पर बैठे मृतक के परिजनों से मुलाकात की। इसको लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी लग रहे हैं।
वहीं, इस हत्याकांड में कई परतें हैं, जिनका खुलासा होना बाकी है। इसमें प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी की भूमिका, अनीता चौधरी के साथ उसके रिश्ते, गुलामुद्दीन के साथ उसके रिश्ते, लेन-देन सहित कई एंगल शामिल हैं। तैयब अंसारी के घर पुलिस ने रेड भी किया था और उससे पूछताछ भी की थी। मृतक के पति ने अपनी शिकायत में तैयब अंसारी का भी नाम लिया है।
हत्याकांड में कई गिरफ्तार
इस मामले में सरदारपुरा पुलिस ने कृष्णलीला नगर निवासी सुमन उर्फ सुनीता सेन, बागर चौक निवासी मोहम्मद यासीन अली, राबडिया निवासी जैफू खान, निवार घरों का मोहल्ला निवासी मोहम्मद शरीफ उर्फ मुन्ना, कलीमुद्दीन उर्फ कालिम, मोहम्मद हमीमुद्दीन, मकबुल अहमद, मोईनुददीन, मोहम्मद अज्जरम, युनुस को गिरफ्तारी किया है। इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया था।
बता दें कि इस हत्याकांड का मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन अब तक फरार है। उसे पुलिस खोज नहीं पाई है। हालाँकि, पुलिस ने वारदात की साथी उसकी बीवी आबिदा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में 20 से अधिक लोगों से पूछताछ भी की है। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी के बंगले पर भी दो दिन छापेमारी की थी। हालाँकि, हत्या की वजह की तह तक अभी भी वह नहीं पहुँच पाई है।
मृतक के पति और उसकी सहेली का ऑडियो हुआ था वायरल
अनीता चौधरी हत्याकांड में अब एक नया मोड़ सामने आया है। मृतक अनीता के पति, मनमोहन चौधरी, और अनीता की ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली सुनीता (सुमन सेन) के बीच की बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ है। इस ऑडियो में सुनीता ने तैयब अंसारी का नाम लिया और आशंका जताई कि अंसारी ने अनीता को मार दिया होगा। उसने यह भी कहा कि अगर वह अंसारी से संपर्क करेगी तो उसकी भी जान को खतरा हो सकता है। इस रिकॉर्डिंग के बाद मामले में पुलिस कई संदिग्ध व्यक्तियों की जांच कर रही है।
इस घटना के बाद पुलिस ने तैयब अंसारी के घर पर छापेमारी की, जिसमें मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर और कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। अंसारी, जो पहले ऑटो चालक था, अब प्रॉपर्टी डीलर है और पाली व जोधपुर के क्षेत्रों में विवादित जमीनों के मामले में उसका नाम कई बार सामने आया है। उसकी संपत्तियों में जोधपुर में होटल, जैसलमेर बाइपास पर फार्म हाउस, मैरिज गार्डन और अन्य फार्म हाउस शामिल हैं।
इस मामले में कई अन्य संदिग्ध व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है, जिसमें डॉक्टर, ब्यूटी पार्लर संचालक, पाली के अन्य प्रॉपर्टी डीलर्स, व्यवसायी, अधिकारी, और कुछ स्थानीय नेता शामिल हैं। अब तक की जांच में, अनीता चौधरी की हत्या का मामला एक बड़े आपराधिक षड्यंत्र की ओर इशारा कर रहा है, जिसमें कई प्रमुख व्यक्तियों की संलिप्तता की संभावना जताई जा रही है।
तैयब अंसारी से भी अनीता की थी बातचीत
जोधपुर में अनीता चौधरी हत्याकांड में प्रॉपर्टी विवाद की नई जानकारी सामने आई है। पुलिस ने कॉल डेटा रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच में पाया कि 50 वर्षीय अनीता का संपर्क मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन फारूकी और 55 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी से था। शक जताया जा रहा है कि अनीता और तैयब अंसारी के बीच प्रॉपर्टी को लेकर संबंध और विवाद दोनों ही थे। पुलिस को इस बात का अंदेशा है कि अंसारी ने अनीता के नाम पर कई प्रॉपर्टी खरीदीं, जिनमें से कुछ को उसने अनीता की जानकारी के बिना बेच दिया। इसी के चलते अनीता और अंसारी के बीच हत्या से लगभग 15 दिन पहले से विवाद शुरू हो गया था, और दोनों ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को ब्लॉक कर दिया था।
पुलिस की जांच में इस बात पर भी ध्यान दिया जा रहा है कि हत्या का वास्तविक स्थान गुलामुद्दीन का घर न होकर कोई और जगह हो सकती है। अनीता का शव छह टुकड़ों में पाया गया, लेकिन गुलामुद्दीन के घर से खून के कोई धब्बे नहीं मिले, जिससे पुलिस को संदेह है कि अपराध कहीं और किया गया हो। गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा ने भी पुलिस को बयान में कहा है कि हत्या में संभवतः कई लोग शामिल हैं।