प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ‘विकसित भारत की ओर यात्रा: केंद्रीय बजट 2024-25 के बाद सम्मेलन’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देश को लेकर कहा दुनिया भर के निवेशक उत्सुकता से भारत की ओर देख रहे हैं तथा घरेलू उद्योग को आगे आकर इस ‘सुनहरे अवसर’ का लाभ उठाना चाहिए और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi addresses the inaugural session of ‘Journey Towards Viksit Bharat: A Post Union Budget 2024-25 Conference’ at Vigyan Bhawan pic.twitter.com/sIQRUK4o6W
— ANI (@ANI) July 30, 2024
‘विकसित भारत की ओर यात्रा’ विषय पर भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के बजट-पश्चात सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी नहीं है और वह ‘राष्ट्र प्रथम दृष्टिकोण’ को ध्यान में रखते हुए सभी निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि भारत आठ प्रतिशत की दर से वृद्धि कर रहा है और वह दिन दूर नहीं जब देश विश्व में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
#WATCH | Delhi: Addressing the inaugural session of ‘Journey Towards Viksit Bharat: A Post Union Budget 2024-25 Conference’, PM Modi says, "Today, we are discussing 'Journey towards Viksit Bharat'. This change is not just of the sentiments, but of confidence. Today, India is the… pic.twitter.com/NuTnkvqtmT
— ANI (@ANI) July 30, 2024
देश तीसरे कार्यकाल में हासिल करेगी ये रिकार्ड
प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की यह उपलब्धि उनके तीसरे कार्यकाल में हासिल कर ली जाएगी। उन्होंने बजट में घोषित विभिन्न उपायों, खासकर सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को बढ़ावा देने वाले उपायों का जिक्र किया, जो रोजगार के करोड़ों अवसर उत्पन्न करता है।
Speaking at post-budget conference of CII. @FollowCII.https://t.co/LeD1pTP7Ny
— Narendra Modi (@narendramodi) July 30, 2024
‘हमें इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए’
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत और आपकी ओर देख रही है। सरकार की नीतियां, प्रतिबद्धता और निवेश वैश्विक विकास की नींव बन रहे हैं। दुनिया भर के निवेशक भारत आने को इच्छुक हैं। विश्व नेता भारत को लेकर सकारात्मक हैं। यह भारतीय उद्योग के लिए स्वर्णिम अवसर है और हमें इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि घरेलू उद्योग को 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सरकार के साथ काम करना चाहिए और साथ ही इसे उभरते क्षेत्रों में वैश्विक खिलाड़ी भी बनाना चाहिए।
‘सरकार की मंशा और प्रतिबद्धता स्पष्ट’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सरकार की मंशा और प्रतिबद्धता स्पष्ट है। चाहे वह राष्ट्र प्रथम हो या 5000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना, आत्मनिर्भर भारत… विकसित भारत…हम पूरी लगन के साथ काम कर रहे हैं।’