महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में एक कार्यक्रम के दौरान राम मंदिर को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आने वाले दिनों में राम मंदिर का उद्घाटन होगा…संभावना है कि उद्घाटन के लिए देशभर से कई हिंदुओं को बुलाया जाएगा और समारोह खत्म होने के बाद लोगों के लौटने पर वे गोधरा कांड जैसा कुछ कर सकते हैं। उद्धव के इस बयान की काफी निंदा हो रही है। लोग बाला साहेब का उदाहरण दे रहे हैं। रामजन्मभूमि के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने उद्धव के बयान को बचकाना बताया है। वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी उद्धव को आड़े हाथों लिया है।
आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि यह भगवान राम का कार्य है। यहां कुछ नहीं होगा। ऐसा कुछ नहीं होना…उद्धव ठाकरे द्वारा ऐसी कल्पना करना बिल्कुल गलत, बचकाना और नासमझी है। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए। बाल ठाकरे की राम मंदिर के लिए जो भावना थी उसके विपरीत भावना उद्धव ठाकरे की हो गई है क्योंकि वे कांग्रेस के साथ चले गए हैं, वे अब कांग्रेस वाली भाषा बोलने लगे हैं।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि उद्धव ठाकरे की जब से सत्ता गई है तब से अनाप-शनाप बयानबाजी करते रहते हैं। कांग्रेस और इनके सहयोगी दल जिसमें उद्धव ठाकरे भी शामिल हैं, ये सनातन धर्म का अपमान और सनातन धर्म को जड़ से खत्म करने की बात कर रहे हैं। क्या आप इससे सहमत हैं? क्या ये बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान का अपमान नहीं है? इनको अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। वहीं उद्धव के बयान की सोशल मीडिया पर निंदा हो रही है।