अहमदाबाद में पारंपरिक तरीके से सदियों से आयोजित की जा रही रथयात्रा के रूट पर आने वाले संवेदनशील विस्तारों में पहली बार स्थाई रूप से 1500 सीसीटीवी लगाने का आयोजन अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने किया है। अब सीसीटीवी के जरिए रथयात्रा के दौरान दंगाई तत्वों को गिरफ्तार किया जा सकेगा।
अहमदाबाद में पारंपरिक रूप से आयोजित की जा रही रथयात्रा के रूट पर संवेदनशील माने जा रहे विस्तारों में कई बार दंगाई तत्वों द्वारा दंगे किए जाते थे और पुलिस को दंगाई तत्वों को पहचानने में परेशानी होती थी। क्योंकि इन संवेदनशील विस्तार में कोई सीसीटीवी नहीं थे। लेकिन अब जब रथयात्रा का आयोजन करीब है तब अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की तरफ से रथयात्रा के रूट पर आनेवाले संवेदनशील विस्तारों में 1500 सीसीटीवी लगाए जाएंगे।
अहमदाबाद में 7 जुलाई को रथयात्रा का आयोजन होने जा रहा है लेकिन इससे पहले 18 किलोमीटर के पूरे रूट को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुराने अहमदाबाद में कभी कोई सीसीटीवी लगाते ही नहीं है। जिसके चलते कभी कोई तत्काल स्थिति खड़ी हुई तो दंगाई तत्वों को बच निकलने का मौका मिलता था लेकिन अब वह बच नहीं सकते।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी पब्लिक सेफ्टी प्रोजेक्ट के तहत रथयात्रा के रूट पर 18 किलोमीटर के विस्तार में सीसीटीवी कैमरा लगाना शुरू कर दिया है। इस रूट पर दरियापुर, शाहपुर, कालूपुर, जमालपुर एवम कारंज जैसे संवेदनशील विस्तार आते है। इन विस्तारों में आने वाली तमाम दुकानें एवम सोसायटी के रईसों के साथ क्राइम ब्रांच की टीम ने मीटिंग करना शुरू कर दिया है। क्राइम ब्रांच में यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक व्यापारी या घर के मालिक की तरफ से जो भी सीसीटीवी लगाए जाएं वह नाइट विजन और अच्छी क्वालिटी के हो। सीसीटीवी का रिकॉर्डिंग भी 30 दिन तक अनिवार्य रूप से रखना पड़ेगा। अगर कोई व्यापारी इस नियमों का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ शिकायत भी दर्ज की जाएगी।
बता दें कि पूर्व अहमदाबाद में संवेदनशील विस्तारों में स्थानीय रईसों एवं पुलिस के बीच कई बार नोकझोंक हो चुकी है। लेकिन, बिना सबूत के कौन सही और कौन गलत यह साबित करना मुश्किल हो जाता है। रथयात्रा के दौरान भी संवेदनशील विस्तार में कई बार दंगाई तत्वों को पकड़ना मुश्किल हो जाता है। भूतकाल में जब भी इन विस्तारों में दो जूथ के बीच पथराव या सांप्रदायिक दंगे होते थे तब दंगाई तत्वों के बारे में पुलिस जानकारी इकट्ठा नहीं कर पाती थी। लेकिन अब रथयात्रा के रूट पर 1500 सीसीटीवी लगने से दंगाई तत्वों को दबोचने में पुलिस को आसानी रहेगी।