ज्ञानेश कुमार बने नए मुख्य चुनाव आयुक्त, डॉक्टर विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी
भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार होंगे। वह मौजूदा CEC राजीव कुमार की जगह लेंगे। कानून मंत्रालय ने इस नियुक्ति की घोषणा की है।
Dr. Vivek Joshi, IAS of the 1989 batch, is appointed as Election Commissioner, with effect from the date he assumes charge of his office. pic.twitter.com/PcHYdgj1iU
— ANI (@ANI) February 17, 2025
कौन हैं ज्ञानेश कुमार?
- 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।
- मार्च 2023 में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त हुए थे।
- तीन सदस्यीय चुनाव आयोग पैनल में सबसे वरिष्ठ आयुक्त हैं।
- इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में काम कर चुके हैं।
- बिहार विधानसभा चुनाव 2024 और 2025 में बंगाल, असम, तमिलनाडु विधानसभा चुनाव उनकी निगरानी में होंगे।
डॉ. विवेक जोशी बने चुनाव आयुक्त
- 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
- इससे पहले रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त के रूप में कार्य कर चुके हैं।
- उनके कार्यभार संभालने की तिथि से नियुक्ति प्रभावी होगी।
Gyanesh Kumar, Election Commissioner, is the new Chief Election Commissioner of India, with effect from 19th February 2025. pic.twitter.com/QGTsz2dPRQ
— ANI (@ANI) February 17, 2025
राजीव कुमार का कार्यकाल
- 2022 में मुख्य चुनाव आयुक्त बने थे।
- लोकसभा चुनाव 2024 सहित कई राज्यों के विधानसभा चुनाव सफलतापूर्वक कराए।
- जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, हरियाणा, कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, झारखंड और दिल्ली विधानसभा चुनावों की देखरेख की।
चयन प्रक्रिया में विपक्ष की आपत्ति
- नए CEC के चयन को लेकर पीएमओ में सोमवार को बैठक हुई।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल हुए।
- कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई तक बैठक स्थगित करने का सुझाव दिया, लेकिन सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की।
क्या होगा आगे?
- नए CEC के सामने बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु और केरल के विधानसभा चुनाव प्रमुख चुनौती होंगे।
- ई-वोटिंग, चुनावी पारदर्शिता और चुनाव सुधारों को लेकर फैसले लेने होंगे।
- 2029 के लोकसभा चुनाव की रणनीति भी उनके कार्यकाल में तैयार होगी।
ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति से चुनाव आयोग में नई ऊर्जा और प्रशासनिक अनुभव जुड़ गया है, जिससे आगामी चुनावों को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराने में मदद मिलेगी।