इजरायल और हमास के बीच संघर्ष शुरू हुए तीन सप्ताह से अधिक हो गए हैं। वहीं, हमास के हमले के जवाब में इजरायल लगातार उसके ठिकानों पर हवाई हमला कर रहा है। इधर, भारत में भी इजरायल के समर्थन और विरोध में लोग खड़े हो गए हैं। हाल ही में केरल के मलप्पुरम से एक विवादित मामला सामने आया है, जिसमें फलस्तीन बचाओ के नाम पर आतंकी संगठन हमास के एक नेता ने वहां के लोगों को वर्चुअल रूप से संबोधित किया। वहीं, भाजपा ने अब इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।
हमास नेता के संबोधन के बाद भाजपा हमलावर
हमास नेता खालिद मशेल के संबोधन के बाद भाजपा राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है। केरल भाजपा के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने इस मामले को लेकर राज्य की पिनाराई विजयन सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस मामले को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए सवाल किया कि पिनाराई विजयन की केरल पुलिस कहां है। उन्होंने कहा कि फलस्तीन बचाओ के नाम पर आतंकी संगठन हमास और उसके नेताओं को एक योद्धा के रूप में महिमामंडित किया जा रहा है, जो किसी भी तरह से स्वीकार नहीं है।
Hamas leader Khaled Mashel's virtual address at the Solidarity event in Malappuram is alarming. Where's @pinarayivijayan's Kerala Police ? Under the guise of 'Save Palestine,' they're glorifying Hamas, a terrorist organization, and its leaders as 'warriors.' This is… pic.twitter.com/51tWi88wTb
— K Surendran (@surendranbjp) October 27, 2023
वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “हमास का आतंकी केरल में भाषण दिया है और हिन्दू को खत्म करने की बात कही है उसने वहाँ। मैं बता दूँ उन्हें कि भारत में कई आए, लेकिन कुछ नहीं कर पाए। वैसे ही हमास का भी नाश हो जाएगा।”
गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार (26 अक्टूबर 2023) को केरल के ही कोझिकोड में फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली हुई थी। इस रैली को कॉन्ग्रेस नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के प्रमुख सहयोगी आईयूएमएल (IUML) ने आयोजित किया था। रैली में कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर भी शामिल हुए थे। तब उन हमास को आतंकी संगठन कहने पर उनका काफी विरोध हुआ था।
संघर्ष में आठ हाजार से अधिक लोगों की मौत
इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में अब तक आठ हाजर से अधिक लोगों की मौत हो गई है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायल के जवाबी हवाई हमलों में 7,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। वहीं, हमास के हमले में 1400 से अधिक इजरायली नागरिक मारे गए हैं।