उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में नेपाल की हिन्दू लड़की से रेप और फिर उसका धर्मान्तरण का कराने के आरोपित अमजद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अमजद पर 9 सितंबर 2024 को FIR दर्ज हुई थी। इस FIR में उसकी अम्मी और भाई सहित कुल 5 आरोपित नामजद हैं। फरार चल रहे अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। केस दर्ज होने के बाद से अमजद भी फरार चल रहा था।
घटना पीलीभीत जिले के थाना क्षेत्र पूरनपुर कोतवाली की है। कोतवाली प्रभारी नरेश त्यागी ने बताया कि फरार चल रहे अमजद की तलाश में जुटी पुलिस को 21 नवंबर को उसकी लोकेशन की जानकारी मिली। इसके दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस केस में अमजद की अम्मी कैसर जहाँ, मामा, भाई चंगेज और रंगीला भी नामजद हैं। ये सभी फरार हैं।
#SPPilibhit के निर्देशन में थाना पूरनपुर @pilibhitpolice द्वारा दुष्कर्म करने और धर्म परिवर्तन कराने के आरोपी का किया चालान। #uppolice #PilibhitPoliceinnews@Uppolice@adgzonebareilly@igrangebareilly@CMOfficeUP pic.twitter.com/HgS10xX5rt
— Pilibhit Police (@pilibhitpolice) November 22, 2024
यह मामला बहुत ही गंभीर और संवेदनशील है, जिसमें महिला के खिलाफ अपराध, छल और विश्वासघात किया गया। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:
घटना का विवरण:
- पीड़िता की पहचान और शुरुआत:
- पीड़िता नेपाल के धनघड़ी की निवासी है और 2013 में वह एक नौकरी की तलाश में थी। इस दौरान उसकी मुलाकात अमजद नामक व्यक्ति से हुई, जो खुद को “अजय” बताकर उसे दिल्ली में नौकरी दिलाने का वादा करता था। अमजद ने अपनी पहचान छिपाकर उसे विश्वास में लिया।
- भारत बुलाने और शरण देने की साजिश:
- अमजद ने पीड़िता को नौकरी के बहाने भारत बुलवाया और पीलीभीत के कलीमनगर में अपने जीजा वाहिद खान के घर पर रहने का प्रस्ताव दिया।
- दुराचार और शोषण:
- एक बार पीड़िता जब भारत पहुँची, तो उसे एक अलग साजिश का शिकार बनाया गया। अमजद ने उसे तमंचे की नोक पर रेप किया और फिर उसके धर्मांतरण के बाद उससे निकाह करने का दबाव बनाया। इसके अलावा, पीड़िता के खिलाफ मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न की घटनाएँ भी लगातार जारी रहीं।
- परिवार का सहयोग:
- इस अपराध में अमजद के परिवार ने भी उसका साथ दिया और पीड़िता को विभिन्न स्थानों पर रखा गया। यह एक गहरी साजिश थी, जिसमें पीड़िता का शोषण किया गया और उसे विभिन्न तरीके से धमकाया गया।
- शिकायत और कानूनी कार्रवाई:
- जब यह स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण हो गई, तो पीड़िता ने 9 सितंबर 2024 को पीलीभीत के पूरनपुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने उन अपराधों और दबावों का उल्लेख किया जो उसके साथ किए गए थे।
- पुलिस ने मामला दर्ज कर त्वरित कार्रवाई शुरू की, और जांच जारी है।
कानूनी और सामाजिक पहलू:
- धर्मांतरण का मामला:
- यह मामला धार्मिक रूप से संवेदनशील है, क्योंकि पीड़िता पर धर्मांतरण का दबाव डाला गया था। भारतीय कानून में किसी को बलात्कारी धर्मांतरण का शिकार बनाना अवैध है, और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।
- बलात्कार और शोषण:
- अमजद द्वारा किए गए बलात्कार और अन्य शारीरिक उत्पीड़न की घटनाएँ गंभीर अपराध हैं। भारतीय दंड संहिता के तहत इन अपराधों के लिए कठोर दंड का प्रावधान है।
- इसके अलावा, महिला के खिलाफ मानसिक उत्पीड़न और धमकी देने का मामला भी जुड़ा हुआ है, जिससे पीड़िता को डर और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा।
- पुलिस कार्रवाई:
- पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की और आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू की। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि पीड़िता को न्याय मिले और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
धर्मांतरण के लिए जब पीड़िता तैयार नहीं हुई तो अमजद ने उसे कहा कि वह या तो मुस्लिम बने या फिर वह उसकी हत्या कर देगा। उसने पीड़िता को इस्लाम और मौत में से एक चुनने का विकल्प दिया। जान बचाने के लिए पीड़िता ने इस्लाम कबूल कर लिया। यह धर्मान्तरण बरेली में हुआ था। धर्मांतरण के बाद पीड़िता का नाम मेहरुन्निशा कर दिया गया। उस पर गोमांस खाने का भी दबाव बनाया गया।
धर्मांतरण के बाद अमजद ने पीड़िता का निकाह अपने भाई एवं 4 बच्चों के तलाकशुदा अब्बा फ़िरोज़ से करवा दिया। जब पीड़िता ने विरोध किया तो अमजद के भाई फ़िरोज़ और रंगीला उसे बेरहमी से मारा। इनका एक अन्य भाई चंगेज भी पीड़िता से कई बार दुष्कर्म कर चुका है। पीड़िता ने यह भी बताया कि चंगेज घर में कई सिख और हिन्दू लड़कियों को भी लाया करता था।
इनके घर कई मौलाना भी गिफ्ट लेकर आते थे। साल 2022 में पीड़िता पर तलवार से भी हमला किया गया। आखिरकार पीड़िता ने तंग आकर इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस मामले में पुलिस से कड़ी कार्रवाई की माँग की थी। तब सभी आरोपितों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64, 352, 351 (3), 115 (2), और 76 के तहत कार्रवाई की गई थी।