कट्टरपंथी एवं विवादित मौलाना तौकीर रजा खां को बरेली में सामूहिक कन्वर्जन कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं मिली तो उन्हें अपने कदम पीछे खींचने पड़े। मौलाना का पश्चिमी यूपी से लेकर पूरे देश में कोने-कोने पर विरोध हो रहा था। साधु-संत भी मुखर होकर हमला बोल रहे थे और हिन्दू संगठन सड़कों पर उतरकर जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे थे। भारी फजीहत होते देख मौलाना ने खुद ही कार्यक्रम स्थिगित करने की घोषणा कर दी है। हालांकि, उनके खिलाफ माहौल बिगाड़ने के षडयंत्र के मामले में अभी भी कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है।
बरेली में इत्तहादे मिल्लत काउंसिल नाम से पार्टी चलाने वाले मौलाना तौकीर रजा खां पहले से ही फसादी और विवादित छवि के रहे हैं। बरेली में 2010 में हुए दंगे का उन्हें मास्टर माइंड भी माना जाता है। तत्कालीन बसपा सरकार ने बरेली पुलिस ने दंगे के मामले में मौलाना को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था, लेकिन बाद में उन्हें दबाव में छुड़वा दिया गया था। उसके बाद भी मौलाना भड़काऊ बयानबाजी कर लगातार माहौल गरमाने का प्रयास करते रहते हैं। पिछले साल मौलाना ने बरेली में बगैर अनुमति भीड़ जुटाकर प्रशासन के सामने चुनौती पेश की थी। पुलिस की सख्ती से वह प्रदर्शन तो नहीं कर सके थे, लेकिन भीड़ ने बरेली शहर में कई जगह बवाल काटा था।
मौलाना तौकीर इस बार बरेली के शांत माहौल में गरमी पैदा करने के लिए सावन माह शुरू होने से ठीक एक दिन पहले हिन्दू लड़के-लड़कियों का सामूहिक कन्वर्जन कार्यक्रम कराना चाह रहे थे लेकिन प्रशासन ने उन्हें ऐसा करने की बिल्कुल अनुमति नहीं दी। इस बीच मौलाना की साजिश का पता होते ही हिन्दू समाज सड़कों पर उतर आया। उनके खिलाफ बरेली जिला मुख्यालय से लेकर शहर-देहात में भी प्रदर्शन शुरू हो गए। विहिप, हिन्दू जागरण मंच, बजरंग दल, नाथ नगरी सुरक्षा समूह मैदान में उतर आए और मौलाना तौकीर के खिलाफ कार्रवाई के साथ उनके प्रस्तावित कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग शुरू कर दी थी।
पिछले साल बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान बवाल की घटना से सबक लेकर प्रशासन पहले से ही फूंक-फूंककर कदम रख रहा था। पुलिस अफसरों ने मौलाना के ऐलान को गंभीरता से लेकर दो टूक कह दिया कि अगर कन्वर्जन कार्यक्रम किया गया तो अवैध धर्मांतरण कानून के तहत आयोजकों पर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने मौलाना तौकीर की पार्टी को कार्यक्रम की अनुमति देने से साफ इंकार कर दिया। ऐसी स्थिति में अगर मौलाना बरेली शहर में कन्वर्जन कार्यक्रम करते तो वह न सिर्फ पुलिस-प्रशासन के निशाने पर आकर कानूनी कार्रवाई झेलते, बल्कि उन्हें मैदान में हिन्दू विरोध का भी सामना करना पड़ता। फजीहत होती देख मौलाना तौकीर ने खुद ही कार्यक्रम से हाथ पीछे खींच लिए। रात में उनकी पार्टी की ओर से प्रशासन को पत्र भेजकर कार्यक्रम नहीं करने की घोषणा कर दी।
सपा-बसपा सरकारों में कई दंगे झेल चुके संवेदनशील बरेली शहर में मौलाना ने कांवड़ यात्रा से पहले सामूहिक इस्लामिक कन्वर्जन कार्यक्रम की घोषणा क्यों की, इसे लेकर विभिन्न संगठन उनके खिलाफ अब भी कार्रवाई की मांग पर अड़े दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने खुराफाती मौलाना तौकीर पर पहले से दर्ज चल रहे मुकदमों की नए सिरे से छानबीन शुरू कर दी है। अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, पंजाबी संगठन, अधिवक्ता परिषद, भारतीय बजरंग दल समेत तमाम संगठनों ने मौलाना के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर उनकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है।
मौलाना तौकीर के खिलाफ साधु-संत लामबंद, उठाई कार्रवाई की मांग
विवादित मौलाना तौकीर रजा खां के खिलाफ पश्चिमी यूपी में साधु-संत भी लामबंद होकर मैदान में उतर आए हैं। वृंदावन में गोपाल खार स्थित श्रीमद्भागवत मंदिर में आचार्य बद्रीश महाराज की अध्यक्षता में हुई बैठक में मौलाना तौकीर की गतिविधियों पर रोक लगाकर सरकार से कार्रवाई की मांग उठाई गई। धर्म रक्षा संघ के अध्यक्ष सौरभ गौड़ एवं मार्गदर्शक महंत मोहिनी बिहारी शरण ने दू टूक कहा है कि अगर इस्लामिक कन्वर्जन कार्यक्रम हुआ तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा। आचार्य बद्रीश महाराज ने साफ शब्दों में कहा कि मौलाना तौकीर बरेली का माहौल बिगाड़ने का षडयंत्र कर रहे हैं। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज ने भी इस तरह का कार्यक्रम कहीं भी नहीं होने देने की मांग सरकार से उठाई है।
कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर का मौलाना तौकीर को करारा जवाब
प्रसिद्ध कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने भी इस्लामिक कट्टरपंथी मौलाना तौकीर रजा खां को करारा जवाब दिया है। कथावाचक देवकी नंदन सोशल मीडिया साइट ‘x’ पर वीडियो बयान जारी कर कहा कि मौलाना सामूहिक कन्वर्जन कार्यक्रम करेंगे और हिन्दू समाज चुप बैठेगा, ये समझने की भूल कोई न करे। कितने ही मुस्लिम युवक-युवतियां सनातन धर्म ग्रहण करने की इच्छा के साथ उनके पास आते रहते हैं, लेकिन वह ऐसे कार्यक्रम करते। मौलाना तौकीर हिन्दू समाज की भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे मौलाना पर पुलिस-प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए। कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने हिन्दू हिंसक बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं को हिंसक बताने वालों को मौलाना तौकीर का षडयंत्र क्यों नहीं दिखाई दे रहा?