देश दुनिया के इतिहास में आज की तारीख तमाम अहम घटनाओं को लेकर जानी जाती है, लेकिन भारत के इतिहास में आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि आज ही के दिन यानि 8 अगस्त को विजय नगर सम्राज्य के सम्राट के रूप में महाराज कृष्णदेव राय की ताजपोशी हुई थी। राजा कृष्ण देव राय का जन्म 16 फरवरी 1471 ई. में कर्नाटक के हंपी में हुआ था। उनके पिता का नाम तुलुवा नरसा नायक और माता का नाम नागला देवा था। उनके बड़े भाई का नाम वीर नरसिंह था। नरसा नायक सालुव वंश का एक सेनानायक था। नरसा नायक को सालुव वंश के दूसरे और अंतिम अल्प वयस्क शासक इम्माडी नरसिंह का संरक्षक बनाया जाता है। वह एक अल्पायु थे इसलिए नरसा नायक ने उचित मौके पर उन्हें कैद कर लिया और पूरे उत्तर भारत पर अधिकार कर लिया। तुलुवा नरसा नायक ने 1491 में विजयनगर की बागडोर अपने हाथ में ली। 1503 में नरसा नायक की मौत हो गई।
राजा कृष्ण देवराय के पूर्व उनके बड़े भाई वीर नरसिंह राजसिंहासन पर विराजमान थे। 1505 में वीर नरसिंह सालुव वंश के कैदी नरेश इम्माडि नरसिंह की हत्या कर स्वयं विजयनगर के साम्राज्य के सिंहासन पर अधिकार कर तालुवा वंश की स्थापना की थी। कुछ लोगों का कहना है कि वे 1510 ई. में विजयनगर की गद्दी पर बैठे थे और 40 वर्ष की उम्र में किसी अज्ञात बिमारी से उनकी मृत्यु हो गई थी। नरसिंह का पूरा शासनकाल आंतरिक विद्रोह एवं आक्रमणों से प्रभावित रहा था। 1509 ई. में वीर नरसिंह की मृत्यु हो गई। वीर नरसिंह के देहांत के बाद 8 अगस्त 1509 ईं. को कृष्ण देवराय का विजयनगर साम्राज्य के सिंहासन पर राजतिलक किया गया था। कृष्ण देवराय के राज्य में आंतरिक शांति होने के कारण प्रजा में साहित्य, संगीत और कला को प्रत्साहन मिला। जनता स्वतंत्रता से जीवनयापन करती थी। जनता के बीच राजा लोकनायक की तरह पूजे जाते थे। इसी के साथ-साथ अफगानिस्तान के लिए 8 अगस्त का दिन बेहद खास माना जाता है, दरअसल आज का दिन अफगानिस्तान में एक महत्वपूर्ण घटना का गवाह रहा है। साल 1988 में 8 अगस्त के दिन ही नौ वर्ष के युद्ध के बाद अफगानिस्तान से रूसी सेना की वापसी की शुरुआत हुई थी।