भारत से बड़े स्तर पर मानव तस्करी कर लोगों को कनाडा और अमेरिका ले जाने की साजिश की जा रही है. इस साजिश के तार कनाडा के 262 कॉलेज से भी जुड़ रहे हैं. इसका खुलासा प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने किया है.
बता दें कि जनवरी 2022 में कनाडा-अमेरिका सीमा पर एक भारतीय परिवार के 4 लोगों की ठंड के कारण जान चली गई थी. 19 जनवरी 2022 को गुजरात के मूल निवासी जगदीश पटेल उनकी पत्नी वैशालीबेन (30) उनकी 11 साल की बेटी विहांगी और 3 साल का बेटा धार्मिक कनाडा से मिनेसोटा में अमेरिकी सीमा पार करने की कोशिश में जान गंवा बैठे थे.
कैसे शुरू हुई सिंडिकेट की जांच
मानव तस्करों ने इन्हें सीमा पर ठंडे तापमान में छोड़ दिया था. इस घटना के बाद गुजरात पुलिस और ED ने गुजरात और भारत के दूसरे राज्यों में चलाए जा रहे मानव तस्करी सिंडिकेट की जांच शुरू कर दी थी.
मनी लॉनड्रिंग के तहत अभियान चलाया
इस मामले में ईडी के अहमदाबाद क्षेत्रीय कार्यालय ने 10 और 19 दिसंबर को मुंबई, नागपुर, गांधीनगर और वडोदरा में 8 ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग के प्रावधानों के तहत तलाशी अभियान चलाया था.
बैंक अकाउंट को कर दिया गया फ्रीज
ईडी की जांच में पाया गया कि कनाडा के करीब 262 कॉलेज मानव तस्करी के गिरोह में शामिल थे. ये कॉलेज मानव तस्करों को अवैध रूप से कनाडा और अमेरिका भेजने वाले एजेंटों के साथ मिलकर काम कर रहे थे. तलाशी अभियान के दौरान ईडी अधिकारियों को एक बैंक खाते में 19 लाख रुपये (लगभग) के बारे में जानकारी मिली, जिसे फ्रीज कर दिया गया. यहां से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए.