हाल ही में बिहार के पटना में विपक्ष की बैठक के कुछ दिनों बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) चीफ ममता बनर्जी ने कांग्रेस और सीपीआईएम की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि केंद्र में बीजेपी के खिलाफ एक बड़ा विपक्षी गठबंधन बनाने की कोशिशों के बाद भी उनकी हरकतें रुकावट पैदा कर रही हैं.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, टीएमसी मुखिया ने सोमवार (26 जून) को कूच बिहार में पंचायत चुनाव की रैली को संबोधित करते हुए कहा, “हम केंद में बीजेपी के खिलाफ एक महागठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस और सीपीआईएम बंगाल में बीजेपी के साथ काम करने की कोशिश कर रही हैं. मैं बंगाल में अपवित्र गठजोड़ को तोड़ दूंगी.”
West Bengal | BJP wants to sell the country. Their double engines will soon vanish. They will lose their first engine in the Panchayat Elections of the state and the second engine in the 2024 Lok Sabha elections…We are trying to do a "Maha Jota" (larger alliance) against BJP… pic.twitter.com/kaV3NRFMws
— ANI (@ANI) June 26, 2023
क्या कहना है कांग्रेस का?
पिछले 10 दिनों के भीतर ये दूसरी बार है जब ममता बनर्जी ने बीजेपी के साथ मौन समझौता करने के लिए कांग्रेस और सीपीआईएम की आलोचना की है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के इस दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में टीएमसी की विश्वसनीयता हमेशा सवालों के घेरे में रही है. हम सभी जानते हैं कि बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में टीएमसी ने इन सभी वर्षों में क्या भूमिका निभाई है.”
वहीं, अधीर रंजन चौधरी के सुर में सुर मिलाते हुए सीपीआईएम ने कहा, “बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ने के तरीकों पर कम्युनिस्टों और कांग्रेस को लेक्चर देनी वाला आखिरी व्यक्ति होना चाहिए.”
बीजेपी क्या बोली?
इस मामले पर बीजेपी ने राज्य में सीपीआईएम और कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का समझौता होने के आरोपों को खारिज कर दिया. सीपीआई (एम), कांग्रेस और टीएमसी एक ही नाव पर हैं. बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा, यह बजेपी ही है जो राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ रही है.