प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के पालघर में संबोधित करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि छत्रपति महाराज हमारे लिए केवल राजा, महाराजा नहीं बल्कि आराध्य देव हैं. मैं उनके चरणों में गिर कर उनसे माफी मांगता हूं. इसी दौरान उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर हम विकसित महाराष्ट्र-विकसित भारत के संकल्प पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. आज पालघर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास इसी दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास के रूप में याद किया जाएगा.
#WATCH पालघर, महाराष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज इस कार्यक्रम के बारे में बात करने से पहले मैं अपने दिल की भावनाएं व्यक्त करना चाहता हूं। जब 2013 में भाजपा ने मुझे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया, तो सबसे पहले मैंने रायगढ़ किले में जाकर छत्रपति शिवाजी… pic.twitter.com/RYJMHF601K
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 30, 2024
क्या बोले पीएम मोदी?
महाराष्ट्र के पालघर में शुक्रवार कोपीएम मोदी ने कहा कि जब मुझे पीएम का उम्मीदवार घोषित किया था तब सबसे पहले मैं रायगढ़ गया था छत्रपति शिवाजी महाराज के यहां। पिछले दिनो सिंधुदुर्ग में जो हुआ शिवाजी ये सिर्फ नाम नहीं है,वो सिर्फ राजा नहीं है, हमारे लिए शिवाजी आराध्य है। शिवाजी के चरणों में नमन करके माफी मांगता हूं।
कुछ लोग सावरकर को गाली देते रहते हैं- पीएम मोदी
महाराष्ट्र के पालघर में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोग वीर सावरकर को गाली देते रहते हैं लेकिन उनके अपमान के लिए माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो आए दिन भारत मां के महान सपूत, इसी धरती के लाल वीर सावरकर को अनाप-शनाप गालियां देते रहते हैं, अपमानित करते रहते हैं, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं। वे लोग वीर सावरकर को गालियां देने के बाद भी माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। उनको पाश्चाताप नहीं होता है… महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को अब जान गई है।
#WATCH पालघर, महाराष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के महान सपूत वीर सावरकर को गाली देते रहें, उनका अपमान करते रहें, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते रहें, और उसके बावजूद माफ़ी मांगने को तैयार न हों… ऐसे महान सपूतों… pic.twitter.com/YdYWI4MZxX
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महाराष्ट्र और देश को मिलेगा लाभ
पालघर को वधावन बंदरगाह प्रोजेक्ट की सौगात देने आए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज महाराष्ट्र विकास के लिए पूर्ण समर्थ है और यहां पूरा संसाधन भी है. यहां समुद्र के तट भी हैं और इन तटों से दुनिया के व्यापार का सदियों पुराना इतिहास है. यहां भविष्य की अपार संभावनाएं भी हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र और देश को इन अवसरों का पूरा लाभ मिलेगा. इसी लिए आज यहां पोर्ट की नींव रखी गई है. उन्होंने कहा कि यह देश का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट होगा. देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे गहरे पोर्ट में से एक होगा.
उन्होंने कहा कि अब ये भारत, नया भारत है. नया भारत, इतिहास से सबक लेता है. अपने सामर्थ्य को पहचानता है. अपने गौरव को पहचानता है. गुलामी की बेड़ियों को तोड़ते हुए नया भारत समुद्री इंफ्रास्ट्रक्चर में मील के नए पत्थर लगा रहा है.
छत्रपति शिवाजी के सपनों का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने इसी के साथ ये भी कहा हमारी सरकार ने दो-तीन दिन पहले ही दिघी बंदरगाह औद्योगिक क्षेत्र के विकास को भी मंजूरी दे दी है. यानि ये महाराष्ट्र के लोगों के लिए डबल खुशखबरी है. ये छत्रपति शिवाजी के सपनों का भी प्रतीक बनेगा.
उन्होंने कहा कि एक समय था, जब भारत को दुनिया के सबसे सशक्त राष्ट्रों में गिना जाता था. भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार था- भारत का समुद्री सामर्थ्य. महाराष्ट्र इसमें सबसे बेहतर है. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज उन्होंने समुद्री व्यापार को, समुद्री शक्ति को एक नई ऊंचाई दी थी. उन्होंने नई नीतियां बनाई, देश की प्रगति के लिए फैसले लिए.
नया भारत- इतिहास से सबक लेता है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि अब ये भारत, नया भारत है। नया भारत- इतिहास से सबक लेता है, अपने सामर्थ्य को पहचानता है, अपने गौरव को पहचानता है, गुलामी की बेड़ियों के हर निशान को पीछे छोड़ते हुए नया भारत समुद्री इंफ्रास्ट्रक्चर में मील के नए पत्थर लगा रहा है। एक समय था, जब भारत को विश्व के सबसे समृद्ध और सशक्त राष्ट्रों में गिना जाता था। भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार था- भारत की सामुद्रिक सामर्थ्य… हमारी इस ताकत को महाराष्ट्र से बेहतर और कौन जानेगा?
#WATCH मुंबई: ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया गया। pic.twitter.com/t3b4Vp5ADd
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अजित पवार ने भी माफी मांगी थी
सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने के मामले में डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि दो-तीन दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज का स्टेचू गिर गया। ये बहुत निंदनीय है। इसमें जो भी अपराधी है, उसको इसकी सजा देंगे। मैं इस महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम, महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से क्षमा मांगता हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के देवता हैं।