संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर के कश्मीर राग छेड़ने पर भारत ने करारा जवाब दिया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने कहा कि पड़ोसी सबसे पहले तो पीओके खाली करे। पीओके पर उसने अवैध कब्जा कर रखा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत के बयान को व्यापक महत्व दिया गया है।
India slams Pakistan for raking up Kashmir at UNGA; calls for vacating occupied areas, action against terrorism
Read @ANI Story | https://t.co/yPQTtHoEzC#India #UNGA #Pakistan #UnitedNations pic.twitter.com/4xsDGK0oKX
— ANI Digital (@ani_digital) September 23, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सबसे पहले आतंकवाद पर कार्रवाई करे। सीमा पर आतंकवाद को शह देना बंद करे। अपने मुल्क में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार उल्लंघन पर रोक लगाए। मीडिया रिपोर्ट्स कहा गया है कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाते हुए दोटूक कहा कि दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाला देश पाकिस्तान है।
First Secretary at United Nations for 2nd Committee of UNGA, Petal Gahlot says "As a country with one of the world's worst human rights records, particularly when it comes to minority and women's rights, Pakistan would do well to put its own house in order before venturing to… pic.twitter.com/GV52GmDZMV
— ANI (@ANI) September 23, 2023
पेटल गहलोत के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि खासकर जब अल्पसंख्यकों और महिला अधिकारों की बात आती है तो पाकिस्तान की हालत बहुत खराब है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उंगली उठाने का साहस करने से पहले पाकिस्तान के लिए यह अच्छा होगा कि वह पहले अपना घर दुरुस्त करे। मुंबई आतंकी हमलों के अपराधियों के खिलाफ भरोसेमंद कार्रवाई करे।
अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का ज्वलंत उदाहरण अगस्त 2023
भारत की ओर से पाकिस्तान के मनमाने आरोपों का जोरदार जवाब देते हुए पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का ज्वलंत उदाहरण अगस्त 2023 का है। पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले के जारनवाला में अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के खिलाफ बड़े पैमाने पर की गई क्रूरता में 19 लोग मारे गए। चर्चों को नष्ट कर दिया गया और 89 ईसाइयों के घर जला दिए गए। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों विशेषकर हिंदू, सिख और ईसाइयों की महिलाओं की स्थिति दयनीय है। पाकिस्तान के अपने मानवाधिकार आयोग की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक अल्पसंख्यक समुदायों की अनुमानित 1,000 महिलाएं पाकिस्तान में हर साल अपहरण, जबरन कन्वर्जन और शादी का शिकार होती हैं।
First Secretary at United Nations for 2nd Committee of UNGA, Petal Gahlot says "Instead of engaging in technical sophistry, we call upon Pakistan to take credible and verifiable action against the perpetrators of the Mumbai terror attacks whose victims await justice even after 15… pic.twitter.com/3A3r6yBfZO
— ANI (@ANI) September 23, 2023