प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया एनर्जी वीक 2025 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी भारत की है और हमारा देश न केवल अपना बल्कि दुनिया का भी विकास कर रहा है, जिसमें ऊर्जा क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने भारत की ऊर्जा महत्वाकांक्षाओं के पांच स्तंभों का उल्लेख किया: संसाधन, प्रतिभाशाली मस्तिष्क, आर्थिक शक्ति, राजनीतिक स्थिरता, और रणनीतिक भूगोल। प्रधानमंत्री ने अगले दो दशकों को ‘विकसित भारत’ के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हम अगले पांच वर्षों में कई मील के पत्थर हासिल करेंगे।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि इंडिया एनर्जी वीक 2025 का आयोजन 11 से 14 फरवरी के बीच नई दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि में हो रहा है। यह आयोजन एक लाख वर्ग मीटर में फैला होगा और इसमें 20 से अधिक देशों के ऊर्जा मंत्री, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख, और फॉर्च्यून 500 ऊर्जा कंपनियों के 90 सीईओ सहित 70,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह ऊर्जा क्षेत्र में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा।
#WATCH | PM Modi addresses at the opening ceremony of India Energy Week 2025. pic.twitter.com/NBy5lXGeJF
— ANI (@ANI) February 11, 2025
इस कार्यक्रम के दौरान स्वच्छ पाक कला मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का भी आयोजन होगा, जिसमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत ऊर्जा पहुंच से जुड़ी चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा, हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा, जैव ईंधन, और पेट्रोकेमिकल्स पर ध्यान केंद्रित करने वाले आठ विषयगत क्षेत्र भी शामिल होंगे।
इंडिया एनर्जी वीक 2025 में युवाओं और नवप्रवर्तकों को शामिल करने के लिए अग्रणी आईआईटी, “अविन्या” और “वसुधा” जैसे स्टार्टअप प्लेटफॉर्म, और दिल्ली/एनसीआर के 500 छात्र नवाचार और प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों का प्रदर्शन करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि भारत पेरिस G20 समझौतों के लक्ष्यों को पूरा करने वाला पहला देश है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और सौर उत्पादन क्षमता में दोगुनी वृद्धि की है, जिससे भारत आज तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश बन गया है।