चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। गुजरात और महाराष्ट्र में बिपरजॉय का असर देखा जा रहा है। दोनों राज्यों में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग ने बताया है कि 15 जून को बिपरजॉय का खासा असर देखने को मिलेगा।
एहतियात के तौर पर रेलवे ने 95 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। पश्चिमी रेलवे का कहना है कि 15 जून तक ये ट्रेनें रद्द रहेंगी। गुजरात से अब तक 37 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा चुका है।
Spoke to all three Service Chiefs and reviewed the preparedness of the Armed Forces for the landfall of cyclone ‘Biparjoy’.
The Armed Forces are ready to provide every possible assistance to civil authorities in tackling any situation or contingency due to the cyclone.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 14, 2023
इसी बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात ‘बिपर्जय’ के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। बाद में राजनाथ ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भुज एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंचकर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों को भी परखा। इससे पहले, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंगलवार रात राज्य सरकार के कंट्रोल रूम का दौरा किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चक्रवात गुजरने के तुरंत बाद बैंकिंग सेवा बहाल करने के लिए सभी बैंकों को तैयार रहने का निर्देश दिया है। वित्त मंत्री ने सभी बीमा कंपनियों को भी यह निर्देश दिया कि जान-माल एवं कारोबार संबंधी बीमा दावे पास करने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए और उनका तत्काल भुगतान करने की व्यवस्था हो।
4,500 लोगों को किया गया स्थानांतरित
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) पार्थ तलसानिया ने बताया कि गुजरात के तट पर पहुंचने वाले चक्रवात से पहले एहतियाती सुरक्षा उपाय के रूप में लगभग 4,500 लोगों को उनके घरों से आश्रय गृहों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
गुजरात, महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल रवि गांधी ने चक्रवात से उत्पन्न विनाशकारी प्रभावों को कम करने के लिए अपनाए जा रहे उपायों की निगरानी के लिए भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा किया और किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए तत्परता का जायजा लिया।