भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पड़ोसी देश बांग्लादेश में इस्लामी हिंसा से पीड़ित हिन्दुओं की सुरक्षा का मामला उठा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से जहाँ हालातों के जल्द सामान्य होने की आशा की तो वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हिन्दुओं की सुरक्षा भारत की जिम्मेदारी है।
पीएम मोदी ने अपने लालकिले से संबोधन के दौरान स्पष्ट रूप से हिन्दुओं के लिए आवाज उठाई। गुरुवार (15 अगस्त, 2024) को पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, “बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते चिंता होना मैं समझ सकता हूँ। मैं आशा करता हूँ कि वहाँ पर हालात जल्द ही सामान्य होंगे। खासकर 140 करोड़ देशवासियों की चिंता है कि वहाँ के हिन्दुओं, वहाँ के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।”
#WATCH | PM Narendra Modi says, "As a neighbouring country, I can understand the concern regarding whatever has happened in Bangladesh. I hope that the situation there gets normal at the earliest. The concerns of 140 crore countrymen to ensure the safety of Hindus and minorities… pic.twitter.com/R7ldy91uP9
— ANI (@ANI) August 15, 2024
पीएम मोदी ने इससे पहले बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद युनुस को बधाई देते समय भी हिन्दुओं और अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर चिंता जताई थी और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की थी। बांग्लादेश पर प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरी बार लालकिले से सार्वजनिक रूप से बात की है।
पीएम मोदी के अलावा RSS प्रमुख भागवत ने भी बांग्लादेशी हिन्दुओं को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने नागपुर स्थित RSS मुख्यालय में गुरुवार को तिरंगा फहराने के कार्यक्रम में कहा, “हम अब स्थिति देख सकते हैं। पड़ोसी देश में हिंसा हो रही है और वहाँ रहने वाले हिंदुओं को बिना किसी कारण के इसका निशाना बनाया जा रहा है।”
78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने आज संघ कार्यालय, महाल (नागपुर) में ध्वजारोहण किया। pic.twitter.com/aXO2vJU0ke
— RSS (@RSSorg) August 15, 2024
आगे उन्होंने कहा, “भारत में दूसरों की मदद करने की परंपरा रही है। हमने देखा है कि भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया, बल्कि पिछले कुछ वर्षों में मुसीबत में फंसे लोगों की मदद ही की, भले ही उनका व्यवहार हमारे साथ कैसा भी रहा हो।”
RSS प्रमुख ने इस दौरान बांग्लादेश मामले की तरफ इशारा करते हुए भारत सरकार के रोल को लेकर बात की। उन्होंने कहा, “हमारे देश की यह जिम्मेदारी है अस्थिरता और अराजकता की आँच झेल रहे लोगों को किसी परेशानी, अन्याय और अत्याचार का सामना ना करना पड़े। कुछ मामलों में सरकार को अपने स्तर पर भी देखना पड़ता है, लेकिन उसे ताकत तभी मिलती है जब समाज अपना कर्तव्य निभाता है और देश के प्रति प्रतिबद्धता दिखाता है।”
गौरतलब है कि बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के 5 अगस्त, 2024 को इस्तीफे के बाद से लगातार हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा जारी है। शेख हसीना के भारत आने के बाद से लगतार हिन्दुओं को निशाना बनाया जा रहा है और उनके मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। हिन्दुओं के घरों में घुस कर भी तोड़फोड़ और लूट की गई है। कई हिन्दुओं की हत्या भी की गई है। भारत लगातार बांग्लादेश से हिन्दुओं की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता व्यक्त कर रहा है।