भारत लगातार अपने रक्षा क्षेत्रों को मजबूत कर रहा है। वहीं, अब नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का डीआरडीओ ने सफलता पूर्व परीक्षण किया है। यह परीक्षण 07 जून को शाम 7.30 बजे किया गया था।
भारत की स्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड और डीआरडीओ ने मिलकर ओडिशा के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप पर अग्नि प्राइम का परीक्षण किया था। मिसाइल अपने सभी मानकों पर खरा उतरा। इस टेस्ट के दौरान मिसाइल ने निर्धारित सभी मानकों और उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया।
#DRDOUpdates | First Pre Induction night launch of New Generation Ballistic Missile Agni Prime was successfully conducted off the coast of Odisha on 07 June 2023. https://t.co/gdkZozarng#Atmanirbharbharat @DefenceMinIndia @SpokespersonMoD pic.twitter.com/26Zj2rBkON
— DRDO (@DRDO_India) June 8, 2023
अग्नि प्राइम मिसाइल नई पीढ़ी की मिसाइल है। इसकी रेंज एक से दो हजार किलोमीटर है। अधिकारी ने जानकारी दी कि अग्नि प्राइम मिसाइल के तीन सफल परीक्षणों के बाद यह पहला प्री-इंडक्शन नाइट लॉन्च था। यह परीक्षण इस सिस्टम की सटीकता और विश्वसनीयता को मापने के लिए किया गया था। जिसमें यह खरा उतरा है।
इस मिसाइल के पूरे ट्रैजेक्टरी को कवर करने और उड़ान डेटा को कैप्चर करने के लिए टर्मिनल बिंदु पर दो डाउनरेंज जहाजों को लगाया गया था। इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसे कई रेंज इंस्ट्रूमेंटेशन तैनात किए गए थे।
डीआरडीओ औरस्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड के वरिष्ठ अधिकारियों ने सफल उड़ान परीक्षण को देखा है। इस परीक्षण से सशस्त्र बलों की ताकत में और इजाफा हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और सशस्त्र बलों को सफलता के लिए बधाई दी। वहीं, इससे पहले भी एक जून को भारत ने अग्नि-1 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रशिक्षण प्रक्षेपण किया था।
इस टेस्ट के दौरान रणनीतिक हथियार के सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सत्यापित किया गया। रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी थी। मंत्रालय ने कहा कि सामरिक बल कमान (एसएफसी) ने ओडिशा में ए.पी.जे.अब्दुल कलाम द्वीप से मिसाइल का प्रक्षेपण किया।