दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ फिलीपींस के विवाद के बीच भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी है। जयशंकर ने कहा कि भारत अपनी राष्ट्रीय संप्रभुत्ता को बनाए रखने में फिलीपींस का समर्थन करता है।
जयशंकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मनीला में फिलीपींस के विदेश मंत्री एनरिक मनालो के साथ उनकी बहुत अच्छी बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि मैं अपनी राष्ट्रीय संप्रभुत्ता बनाए रखने के लिए फिलीपींस को भारत के समर्थन को मजबूती से दोहराता हूं।
जयशंकर और एनरिक मनालो के बीच हुई बातचीत
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि फिलीपींस के विदेश मंत्री एनरिक मनालो के साथ गर्मजोशी भरी बातचीत हुई। जयशंकर ने कहा कि इस बैठक में राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा और समुद्री सहयोग, व्यापार और निवेश, बुनियादी ढांचा, विकास सहयोग, शिक्षा, डिजिटल, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और वाणिज्य क्षेत्र में संबंधों को आगे बढ़ाने पर व्यापक चर्चा हुई।
उन्होंने इंडो-पैसिफिक, दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान), पश्चिम एशिया, यूक्रेन, गुट निरपेक्ष आंदोलन और संयुक्त राष्ट्र सहित वैश्विक, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
#WATCH | Manila: Addressing a press conference with Philippines Secretary for Foreign Affairs Enrique Manalo, EAM Dr S Jaishankar says, "We're not only important maritime nations, but we are at two ends of the Indo Pacific. Not exactly the end, the Philippines is in the middle.… pic.twitter.com/AJnAXCYU9X
— ANI (@ANI) March 26, 2024
‘फिलीपींस का समर्थन करता है भारत’
जयशंकर ने कहा कि हम अपना सहयोग बढ़ाने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा मैं इस अवसर पर फिलीपींस की राष्ट्रीय संप्रभुता को बनाए रखने के लिए भारत के समर्थन को दोहराता हूं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे दुनिया बदल रही है। यह जरूरी है कि भारत और फिलीपींस उभरते मॉडल को आकार देने में अधिक निकटता से सहयोग करें।
‘हर देश को अपनी राष्ट्रीय संप्रभुत्ता बनाए रखने का अधिकार’
विदेश मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रत्येक देश को अपनी राष्ट्रीय संप्रभुत्ता को बनाए रखने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि हमने इस पर भी चर्चा की है। जयशंकर ने कहा कि हाल ही में भारत और फिलीपींस के बीच द्विपक्षीय संबंधों में बहुत उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।