भारत सरकार आने वाले दिनों में फ्रांस के साथ 26 नए राफेल लड़ाकू विमान खरीदने को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर कर सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये सौदा 63,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का होने वाला है. कहा जा रहा है कि भारत इन नए विमानों को अपनी नौसेना की ताकत को और बढ़ाने के लिए खरीदने की तैयारी में है. सूत्रों के अनुसार भारत और फ्रांस के बीच इस डील पर इस महीने के आखिर तक सहमति बन सकती है और भारत समझौते पर हस्ताक्षर कर सकता है. आपको बता दें कि फ्रांस के रक्षा मंत्री सबास्टियन लेकोर्नू इस महीने के आखिर में भारत के दौरे पर आ रहे हैं.
जिन 26 राफेल विमान को खरीदने की तैयारी है उनमें से 22 विमान सिंगल सीट वाले होंगे, जबकि चार विमानों में दो पायलट के बैठने की जगह होगी. सूत्रों के अनुसार इन विमानों को मुख्य रूप से स्वदेशी रूप से निर्मित विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया जाएगा. इससे भारत हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी गतिविधियों पर नजर रखने में और आसानी होगी. साथ ही इससे भारतीय नौसेना की क्षमताओं को मजबूत करना चाहता है.
India clears mega deal to buy 26 Rafale Marine fighter aircraft from France. The government-to-government deal worth over Rs 63,000 crore will be signed soon. Indian Navy will get 22 single-seater and four twin-seater aircraft as part of the deal: Government Sources pic.twitter.com/g3Ef3snrbn
— ANI (@ANI) April 9, 2025
राफेल मरीन की खासियतें
-
विशेष रूप से एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेशन के लिए डिज़ाइन किया गया संस्करण।
-
शॉर्ट टेक-ऑफ और अरेस्टेड रिकवरी (STOBAR) सिस्टम के लिए उपयुक्त।
-
बेहतर एवियोनिक्स, रडार, और हथियार प्रणाली।
-
हवा से हवा में और हवा से ज़मीन पर लंबी दूरी तक हमला करने की क्षमता।
भारत की सामरिक मजबूती
-
यह सौदा भारत को डुअल-फ्रंट युद्ध क्षमता (चीन और पाकिस्तान दोनों मोर्चों पर) देने में सहायक होगा।
-
राफेल मरीन की तैनाती से भारत की ‘Carrier Battle Group’ की स्ट्राइक रेंज और प्रतिक्रिया समय में बड़ा सुधार आएगा।
-
INS विक्रांत को पूरी तरह से ऑपरेशनल बनाने की दिशा में यह एक निर्णायक कदम है।