जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बीच भारत समुद्री सुरक्षा को लेकर अहम उपलब्धि हासिल की है। भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी निर्देशित मिसाइल विध्वंसक, आईएनएस सूरत ने समुद्र में लक्ष्य को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है। यह नौसेना की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उपलब्धि स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन, विकास और संचालन में भारतीय नौसेना की बढ़ती हुई क्षमता को दर्शाती है और रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता के लिए राष्ट्र की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
आईएनएस सूरत की सफलता: आत्मनिर्भर भारत की बड़ी छलांग
🔹 क्या है आईएनएस सूरत?
-
Project 15B के तहत निर्मित चौथा विध्वंसक युद्धपोत।
-
स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और निर्मित।
-
मिसाइल हमला झेलने और जवाब देने की पूरी क्षमता रखता है।
🔹 प्रमुख क्षमताएं:
-
शत्रु की मिसाइलों का स्वतः पता लगाना और उन्हें हवा में ही नष्ट करना।
-
उन्नत रडार और सेंसर्स, अत्याधुनिक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें।
-
सटीक टारगेट लॉक और मिसाइल इंटरसेप्ट सिस्टम।
🔹 रणनीतिक महत्व:
-
भारत की लगभग 7,500 किमी समुद्री सीमा है।
-
चीन और पाकिस्तान द्वारा नौसैनिक दबाव बढ़ाने की कोशिशों के बीच यह एक बड़ा संदेश।
-
Make in India और आत्मनिर्भर भारत के रक्षा क्षेत्र में ठोस परिणाम।
#WATCH | Indian Navy's latest indigenous guided missile destroyer INS Surat successfully carried out precision cooperative engagement of sea skimming target marking another milestone in strengthening our defense capabilities.
(Source: Indian Navy) pic.twitter.com/qs4MZTCzPS
— ANI (@ANI) April 24, 2025
पहलगाम आतंकी हमला और पाकिस्तान पर भारत की कार्रवाई
🔹 पहलगाम हमला:
-
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा हमला।
-
पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के संलिप्त होने के पुख्ता सबूत।
🔹 भारत की तीखी प्रतिक्रिया: 5 बड़े कदम
-
सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश।
-
अटारी बॉर्डर बंद।
-
सिंधु जल समझौता रद्द।
-
पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा स्थगित।
-
उच्चायोग में स्टाफ की संख्या 55 से घटाकर 30।
यह कार्रवाई केवल कूटनीतिक नहीं बल्कि रणनीतिक दबाव की नीति भी है, जिससे पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर अलग-थलग किया जा सके।
पाकिस्तान का मिसाइल परीक्षण: जवाबी तैयारी या दिखावा?
-
कराची तट के पास 24-25 अप्रैल को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण।
-
भारत की एजेंसियां इस पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।
-
यह पाकिस्तान का प्रतिक्रियात्मक दबाव या प्रोपेगैंडा स्टंट भी हो सकता है।
निष्कर्ष: भारत की रणनीति दोहरी धार पर
-
सशस्त्र बलों की तकनीकी शक्ति को बढ़ाना (जैसे आईएनएस सूरत)।
-
और राजनयिक, कूटनीतिक व सामरिक मोर्चे पर पाकिस्तान को घेरना।