भारतीय वायु सेना के अपाचे हेलीकॉप्टर ने 3 अप्रैल को लद्दाख एओआर में एक परिचालन प्रशिक्षण उड़ान के दौरान एहतियाती लैंडिंग की। इस लैंडिंग की प्रक्रिया के दौरान उतार-चढ़ाव वाले इलाके और उच्च ऊंचाई के कारण अपाचे हेलीकॉप्टर को क्षति पहुंची है। हालांकि विमान में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक इस घटना के बाद विमान को निकटतम एयरबेस पर ले जाया गया है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस घटना के बाद विमान को निकटतम एयरबेस पर ले जाया गया है। कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया गया है।
An Indian Air Force Apache helicopter carried out a precautionary landing during an operational training sortie in Ladakh AOR on 03 April 24. During the process of this landing, it sustained damage due to undulating terrain and high altitude.
Both the pilots on board are safe… pic.twitter.com/5MaR0gh7v3
— ANI (@ANI) April 4, 2024
‘अपाचे’ में हवा में मार करने की क्षमता
नये अधिग्रहीत अपाचे हेलीकॉप्टर में कई प्रकार की क्षमताएं हैं, जिनमें टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, रॉकेट और अन्य गोला-बारूद लॉन्च करने की क्षमता शामिल है. भारत द्वारा अपाचे हेलीकॉप्टरों को हासिल करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इसके साथ ही भारत इस गुप्त और बहुमुखी मशीन को अपने सैन्य शस्त्रागार में शामिल करने वाला 16वां देश बन गया है.
अपाचे हेलीकॉप्टर की उल्लेखनीय विशेषताओं में हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, रॉकेट और गन सिस्टम शामिल हैं. हेलीकॉप्टर की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए, यह एक ऐसी रडार से लैस है, जो सबसे प्रतिकूल परिस्थितियों और जंगली इलाकों में लक्ष्य का पता लगाने तथा उस पर हमला करने में सक्षम है. यह घटनाक्रम भारतीय सेना की परिचालन क्षमताओं में पर्याप्त वृद्धि का प्रतीक है, जो पश्चिमी क्षेत्र में देश के रक्षा बुनियादी ढांचे को और मजबूत करता है.
बता दें कि IAF ने 22 एडवांस हेलीकॉप्टरों के लिए सितंबर 2015 में अमेरिका के साथ 13,952 करोड़ रुपये की एक डील पर हस्ताक्षर किए गए थे. इसके अलावा, भारतीय सेना फरवरी 2020 में हुए एक अलग समझौते के तहत छह अपाचे हेलीकॉप्टर प्राप्त करने की प्रक्रिया में है, जिसकी कीमत 5,691 करोड़ रुपए है.