तुर्किये में भारत के राजदूत डॉ. वीरेंद्र पॉल का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को दिल्ली में निधन हो गया. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पॉल के निधन को भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए ‘बड़ी क्षति’ बताया. वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने भी डॉ. पॉल के निधन पर शोक संवेदना जाहिर की.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि, ‘तुर्किये में हमारे राजदूत वीरेंद्र पॉल के निधन पर गहरा दुख हुआ. भारतीय विदेश सेवा के लिए यह बहुत बड़ी क्षति है. मैंने कई जगह उनके साथ काम किया. हमेशा उनकी प्रतिबद्धता और सेवा का कायल रहा हूं. उनका योगदान काफी महत्वपूर्ण रहा है.
Deeply grieved at the passing away of Virander Paul, our Ambassador in Türkiye.
A great loss to the Indian Foreign Service. Have worked closely with him in his many postings. Always admired his commitment and service and value his many contributions.
Deepest condolences to…
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 21, 2024
राजदूत वीरेंद्र पॉल के निधन पर शोक
डॉ. पॉल के निधन पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि तुर्किये में भारत के राजदूत वीरेंद्र पॉल के असामयिक निधन पर हमें गहरा दुख हुआ है. वह एक समर्पित अधिकारी थे, उन्हें उनके असाधारण मानवीय गुणों और प्रभावशाली पेशेवर योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा. उनके परिवार के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है. इस कठिन घड़ी में विदेश मंत्रालय टीम उनके साथ खड़ी है.
MEA Spokesperson Randhir Jaiswal tweets, "We are deeply saddened at the untimely demise of Ambassador Virander Paul, India’s envoy to Türkiye. A dedicated officer, he will always be remembered for his exceptional human qualities and impactful professional contribution. Our… pic.twitter.com/ACnDMk1lbP
— ANI (@ANI) June 21, 2024
आईएफएस के 1991 बैच के अधिकारी
आईएफएस के 1991 बैच के अधिकारी पॉल डेढ़ साल से अधिक समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और शुक्रवार शाम दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके एक सहयोगी ने यह जानकारी दी. बता दें कि वीरेंद्र पॉल ने एम्स से मेडिकल की पढ़ाई की थी.