भारतीय सेना ने सिक्किम के सबसे चुनौतीपूर्ण इलाकों और कठिन मौसम में अपना दबदबा कायम रखने के लिए ATOR N1200 स्पेशलिस्ट मोबिलिटी व्हीकल (SMV) को तैनात किया है. बर्फ से ढके पहाड़ों से लेकर ऊबड़-खाबड़ रास्तों तक, यह हाई-टेक वाहन न केवल आर्मी की ऑपरेशनल क्षमता को बढ़ा रहा है, बल्कि आधुनिक तकनीक अपनाने का बेहतरीन उदाहरण भी पेश कर रहा है.
यह वाहन विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में काम कर सकता है, जैसे पानी, बर्फ, कीचड़ और रेत. इसकी एम्फीबियस क्षमता यानी कैसी भी जमीन, पानी, बर्फ और रेगिस्तान में ATOR N1200 हाई स्पीड में आसानी से चल सकती है. इसकी यही उच्च गतिशीलता इसे दुर्गम और चुनौतीपूर्ण वातावरण में काम करने के लिए उपयुक्त बनाती है.
Indian Army's ATOR N1200 Specialist Mobility Vehicle ❄️ pic.twitter.com/jJJozmMbA1
— Defence Squad (@Defence_Squad_) December 30, 2024
इस गाड़ी को स्वदेशी जरूरतों के हिसाब से डिजाइन किया गया है, ताकि किसी भी तरह के रास्तों में यह चल सके. अब इसे सिक्किम के बॉर्डर एरिया में तैनात किया गया है.
भारतीय सेना को हाल ही में मिले ATOR N1200 स्पेशलिस्ट मोबिलिटी व्हीकल्स (SMVs) आधुनिक तकनीक से लैस और उच्च क्षमताओं वाले वाहन हैं, जो सेना की ऑपरेशनल और राहत-बचाव अभियानों में बड़ी भूमिका निभाएंगे।
मुख्य विशेषताएं:
- ऑपरेशनल उपयोगिता:
- ये वाहन LAC (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) से लेकर LOC (लाइन ऑफ कंट्रोल) तक पेट्रोलिंग और ऑपरेशनों को अधिक कुशल और तेज़ बनाने में मदद करेंगे।
- इनकी विशेष डिजाइन और तकनीक सेना को कठिन और दुर्गम इलाकों में भी काम करने में सहायक बनाती है।
- प्राकृतिक आपदाओं में उपयोग:
- हर साल हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य राज्यों में भूस्खलन, बाढ़, और बर्फबारी जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सेना राहत कार्यों में जुटती है।
- ATOR N1200 इन इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशंस को तेज़ और प्रभावी बनाने के लिए आदर्श हैं।
- चुनौतीपूर्ण इलाकों में श्रेष्ठ प्रदर्शन:
- कीचड़, दलदली भूमि, बर्फ, पानी, और रेत जैसे मुश्किल इलाकों में यह गाड़ी आसानी से चल सकती है। इसके पहिए फंसते नहीं हैं, जिससे सेना को गतिशीलता में कोई बाधा नहीं होती।
- दुर्गम रास्तों पर तेज़ गति से पहुंचने की क्षमता इसे अन्य वाहनों से अलग बनाती है।
- मल्टी-टेर्रेन क्षमता:
- वाहन की क्षमता इसे भारत के विविध भूगोल—चाहे वह ऊंचे पहाड़ हों, रेगिस्तान, या दलदली क्षेत्र—हर जगह इस्तेमाल के लिए उपयुक्त बनाती है।
- डील और निर्माण:
- इन वाहनों के लिए 250 करोड़ रुपये की डील की गई थी, और इन्हें चंडीगढ़ की एक डिफेंस कंपनी ने निर्मित किया है।
- 2024 के गणतंत्र दिवस पर इन वाहनों को प्रदर्शित भी किया गया, जिससे इनकी सामरिक और तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया।
भारतीय सेना के लिए संभावित लाभ:
- पेट्रोलिंग में सुधार: दूरस्थ और कठिन क्षेत्रों में निगरानी और गश्त को आसान बनाएंगे।
- लॉजिस्टिक सपोर्ट: सैनिकों, उपकरणों, और अन्य सामग्रियों को जल्दी और सुरक्षित रूप से परिवहन में मदद करेंगे।
- रेस्क्यू ऑपरेशन: प्राकृतिक आपदाओं में तेजी से राहत और बचाव कार्य संभव होगा।
- ऑपरेशनल क्षमताओं का विस्तार: LOC और LAC पर सेना की तैयारियों और तैनाती में ये वाहन निर्णायक साबित होंगे।
The #IndianArmy is exploiting the #ATOR N1200 Specialist Mobility Vehicle (#SMV) to dominate Sikkim’s most challenging terrain and extreme conditions. From snow-clad mountains to rugged landscapes, this vehicle enhances operational readiness and exemplifies tech absorption. pic.twitter.com/GrpAYsGMZW
— Maj Vikram Singh (Retd) (@MajorVikram_IA) December 31, 2024
ATOR N1200 की खासियत
- इस गाड़ी में कुल 9 लोगों के बैठने की क्षमता है.
- सबसे खास बात इसका इंजन माइनस 40 डिग्री से लेकर 45 डिग्री में भी चलता रहेगा.
- एटौर-1200 की लंबाई 4 मीटर के करीब है. जबकि यह 2.846 मीटर चौड़ा है.
- इसके बड़े बड़े टायर हैं और एक टायर ही ऊंचाई 1.8 मीटर है. इस गाड़ी की स्पीड 40 किमी प्रति घंटा है.
- पानी में यह 6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है.
- गाड़ी का वजन 2400 किलोग्राम के करीब है. जिसमें 1200 किलो भार उठाने की क्षमता है.
- साथ ही यह एक्स्ट्रा 2300 किमी वजन खींच सकती है.
- गाड़ी में 95 लीटर फ्यूल टैंक लगाया गया है और इसके अतिरिक्त 200 लीटर के कैन भी उपलब्ध हैं, जो कि करीब ढाई दिन तक चल सकते हैं.