पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला होता है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों को उनका धर्म पूछ-पूछकर मार डाला जाता है। इसके बाद विदेशी मीडिया उन आतंकवादियों के लिए ‘बंदूकधारी’ और ‘बाग़ी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करता है। फिर इस घटना के 13 दिन बाद भारत पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला कर उन संरचनाओं को तबाह कर देता है, जहाँ वर्षों से भारत की धरती पर ख़ून बहाने की साजिशें रची जा रही थीं। इनमें मसूद अजहर के ठिकाने भी शामिल थे, जिसे छुड़ाने के लिए 1999 में एक भारतीय विमान को हाईजैक करके कंधार ले जाया गया था।
जर्मनी के DW को फिर आतंकी को आतंकी कहने में आई शर्म
अब विदेशी मीडिया का वही धड़ा एक बार फिर से भारत के विरुद्ध प्रपंच फैलाने में लग गया है। अब जर्मन मीडिया संस्थान DW को ही ले लीजिए। वो अपने शीर्षक में लिखता है, “भारत ने कहा कि उसने पाकिस्तान में ‘आतंकी’ ठिकानों को निशाना बनाया”। यानी, एक बार फिर से उसने आतंकी को आतंकी कहने में हिचक दिखाई है। जिस शख्स को छुड़ाने के लिए विमान हाईजैक कर लिया जाता है, वो आतंकी नहीं? साथ ही इस ख़बर में उसने पाकिस्तानी एजेंडा चलाते हुए कहा है कि भारत ने नागरिकों को निशाना बनाया।
जबकि भारत स्पष्ट कर चुका है कि उसने न नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया है और न ही सैन्य ठिकानों को। साथ ही इसे DW द्वारा ‘तथाकथित ऑपेरशन सिंदूर’ नाम दिया गया। सबसे पहले उसके वीडियो में यही कहा गया कि पाकिस्तान ने 26 नागरिकों के मारे जाने की बात कही है। साथ ही इसकी दिल्ली ब्यूरो चीफ सैंड्रा पीटर्समैंन ने कहा कि भारत के प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल पूछने की अनुमति नहीं थी। साथ ही लश्कर-ए-तैय्यबा को सीधे आतंकी संगठन कहने की बजाए घुमा-फिर कर उन्होंने कहा कि ये एक ‘समूह’ है जिसे UN ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।
ब्लूमबर्ग ने बिना तथ्य जाँचे चलाया पाकिस्तानी एजेंडा
ब्लूमबर्ग भी पीछे नहीं रहा। उसने ख़बर चला दी कि पाकिस्तान ने भारत के 5 लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया है। ये विशुद्ध रूप से पाकिस्तान का एजेंडा था। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री तक से जब इसके सबूत माँगे गए तो उन्होंने कह दिया कि सोशल मीडिया पर देखकर उन्होने ये दावा किया है।
फिर भी, बिना पुष्टि किए Bloomberg ने इस ख़बर को चला दिया। जब भारत के विमानों ने सीमा पार किया ही नहीं, फिर कैसे ये संभव हो सकता है कि पाकिस्तान ने उन्हें मार गिराया हो। इस तरह ब्लूमबर्ग ने ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के बयान का फैक्ट-चेक करने की भी जहमत नहीं उठाई।
भारतीय दूतावास ने चीन के ‘ग्लोबल टाइम्स’ को लताड़ा
वहीं चीन के प्रोपेगंडा पोर्टल ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने तो ऐसा झूठ चलाया कि भारतीय दूतावास को इसका खंडन करना पड़ा। बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने उसे चेताया कि भ्रामक ख़बरों को प्रकाशित करने से पहले वो कम से कम तथ्यों की जाँच कर ले या उनकी पुष्टि तो कर ले। ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने एक तस्वीर पोस्ट करके दावा किया था कि पाकिस्तान ने भारत के 3 लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। उसने कुछ ऐसे झूठ फैलाया कि ‘X’ को उसके पोस्ट पर ‘कम्युनिटी पोस्ट’ में नोट डालकर सही करना पड़ा।
(1/n) Dear @globaltimesnews , we would recommend you verify your facts and cross-examine your sources before pushing out this kind of dis-information. https://t.co/xMvN6hmrhe
— India in China (@EOIBeijing) May 7, 2025
‘ग्लोबल टाइम्स’ की पोस्ट के नीचे लगाए गए नोट में स्पष्ट कहा गया है कि ख़ुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने कहा है कि भारतीय विमानों ने सीमा पार नहीं किया, फिर उन्हें मार गिराने की बात ही झूठी है। साथ ही ये भी कहा गया कि पाकिस्तान TV चैनलों ने पाकिस्तान में स्ट्राइक की पुष्टि की है। नोट में बताया गया कि ‘ग्लोबल टाइम्स’ के दावे की पुष्टि का कोई आधार नहीं है। असल में कई पाकिस्तानी हैंडल ये झूठ फैला रहे थे, जिसे उठाकर चीन के मीडिया संस्थान ने प्रकाशित कर दिया।