सरकार लगातार अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ा रही है. इसी कड़ी में अब भारतीय नौसेना को एक और ताकतवर जंगी जहाज मिलने वाला है. जिससे नौसेना की ताकत में और भी इजाफा होगा.सूत्रों के मुताबिक 28 मई 2025 को ‘INS तमाल’ नाम का नया तलवार-क्लास फ्रिगेट रूस से भारत को सौंपा जाएगा.
मुख्य विशेषताएं (Key Capabilities):
विशेषता | विवरण |
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वर्ग | तलवार-क्लास स्टील्थ फ्रिगेट (Project 1135.6) |
निर्माण स्थल | यानतर शिपयार्ड, रूस |
हथियार प्रणाली | ब्रह्मोस सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल, एडवांस गाइडेड मिसाइल |
प्रणालियाँ | एडवांस सेंसर, रेडार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम |
हेलीकॉप्टर तैनाती | मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर संचालन की सुविधा (जैसे MH-60R या HAL Dhruv) |
भूमिका | मल्टी-डोमेन हमला — जल, थल और वायु में |
रणनीतिक महत्व:
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समुद्री प्रभुत्व में वृद्धि: यह फ्रिगेट हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में भारत की समुद्री रणनीति और निगरानी क्षमता को और मज़बूत करेगा।
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सुपरसोनिक जवाबी हमला: ब्रह्मोस मिसाइल की तैनाती भारत को समुद्र में तेज़, घातक और दूर तक मार करने वाली क्षमताएं देती है।
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स्टील्थ तकनीक: दुश्मन की नज़र से बचने में सक्षम, यानी यह युद्धपोत कम रडार सिग्नेचर वाला है।
भारत-रूस रक्षा सहयोग का हिस्सा:
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INS तमाल 2016 भारत-रूस समझौते का हिस्सा है, जिसमें 4 युद्धपोत बनाने का निर्णय हुआ था।
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2 जहाज (जैसे INS तुषिल और INS तमाल) रूस में, जबकि 2 अन्य भारत में (GSL गोवा शिपयार्ड लिमिटेड) बनाए जा रहे हैं।
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यह भारत की रणनीतिक साझेदारी को तकनीकी सहयोग के स्तर तक ले जाता है।
‘INS तमाल’ और आत्मनिर्भर भारत (Make in India):
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INS तमाल को भारत का आखिरी आयातित युद्धपोत माना जा रहा है।
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इसके बाद भारत अब अपने सभी युद्धपोतों को स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है – जैसे प्रोजेक्ट 17A, प्रोजेक्ट 75(I), और IAC-2।
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इससे डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार, तकनीक और आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा।
महत्वपूर्ण तिथियां:
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28 मई 2025: रूस से भारत को औपचारिक सौंपा जाएगा।
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जून 2025: भारतीय नौसेना में INS तमाल का औपचारिक कमीशनिंग समारोह।
INS तमाल न केवल एक युद्धपोत है, बल्कि यह भारत के भविष्य के समुद्री सुरक्षा विजन, रक्षा उत्पादन आत्मनिर्भरता, और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है। इसके आने से भारतीय नौसेना को और मजबूती मिलेगी, खासकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में।