अमेरिका के शिकागो में आज शनिवार (30 नवंबर) की सुबह-सुबह नुकारापु साई तेजा नाम के भारतीय लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक मूल रूप से तेलंगाना के खम्मम जिले के रमनागुट्टा गांव का रहने वाला था. वो आज से महज 4 महीने पहले ही मास्टर डिग्री हासिल करने के लिए अमेरिका गया था. उनके असामयिक निधन से उनका गृहनगर रामन्नापेटा गहरे शोक में डूब गया है. हादसे के बाद नुकारापु साई तेजा के माता-पिता केंद्र और राज्य सरकारों से अपील कर रहे हैं कि वे उनके बेटे के शव को भारत वापस लाने में मदद करें.
अमेरिका में आए दिन भारतीय समुदाय के खिलाफ नियमित हत्या और गोलीबारी की घटनाएं देखने को मिल रही है, जिसकी वजह से वहां रहने वाले भारतीयों में डर का माहौल पैदा हो गया है. आज की घटना से महज 8 दिन पहले ही अमेरिका के जॉर्जिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक भारतीय छात्र की मौत हो गई थी. मृतक का नाम आर्यन रेड्डी की मौत हो गई थी. हैरानी की बात है कि उसकी मौत खुद की गलती हुई, जब 13 नवंबर को अपने जन्मदिन की दिन ही गलती से मिसफायर होने की वजह से मौत हो गई थी. वो भी तेलंगाना के साईं राम नगर का रहने वाला था.
अप्रैल महीने तक अमेरिका मरने वाले इंडियन स्डूडेंट
एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल महीने तक अमेरिका में कुल 11 भारतीय या भारतीय मूल के छात्रों की मौत हो चुकी थी. हालांकि, मरने वालों की वजह अलग-अलग थी. किसी की हाइपोथर्मिया की वजह से जान गई तो किसी की गोली लगने से हुई थी. मार्च के महीने में ही एक 25 साल के युवक की मौत हो गई थी, जो हैदराबाद का ही रहने वाला था, जिसे कुछ लोगों ने किडनैप कर लिया था और महज 1200 डॉलर ने देने की वजह से किडनैपरों से मौत के घाट उतार दिया था.
भारत अमेरिका में सबसे ज्यादा छात्र भेजने वाला देश
बता दें कि भारत पिछले 15 सालों में पहली बार अमेरिका में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय छात्र भेजने वाला देश बनकर उभरा है. इसी महीने जारी ‘ओपन डोर्स रिपोर्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में अमेरिका में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या “रिकॉर्ड” 3,31,602 पर पहुंच गई. यह संख्या शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से 23 फीसदी अधिक है, जब 2,68,923 भारतीय छात्र अमेरिका के शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर रहे थे.