साउथ कोरिया में तीरंदाजी वर्ल्ड कप का आयोजन किया जा रहा है। इस टूर्नामेंट के कंपाउंड चरण दो स्पर्धा के फाइनल में तुर्की को हराकर शनिवार (25 मई) को परनीत कौर, अदिति स्वामी और ज्योति सुरेखा वेन्नम की भारतीय महिला टीम ने लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीता। भारतीय तिकड़ी ने शुरू से ही तुर्की की हेजल बुरुन, आयसे बेरा सुजर और बेगम युवा की चुनौती को ध्वस्त कर दिया और 232-226 से फाइनल मुकाबला अपने नाम कर लिया।
भारतीय टीम का दबदबा
भारत की तीनों खिलाड़ियों के बीच काफी रोमांचक तालमेल देखने को मिला रहा और फाइनल में तुर्की की टीम के खिलाफ उन्होंने एकतरफा मुकाबला खेला। वर्तमान में वर्ल्ड नंबर 1 पर काबिज परनीत कौर, अदिति स्वामी और ज्योति सुरेखा वेन्नम ने तुर्की की चुनौती को ध्वस्त करते हुए बिना कोई मौका गंवाए गोल्ड मेडल जीता। फाइनल की शुरुआत काफी रोमांचक रही। भारतीय तीरंदाजों ने पहले तीन तीरों पर तीन एक्स लगाए, लेकिन अगले तीन प्रयासों में एक-एक अंक गंवा दिया। हालांकि, किस्मत ने दूसरे वरीयता प्राप्त भारतीय टीम का साथ दिया और उन्होंने पहला राउंड सिर्फ एक अंक से जीत लिया।
दूसरे राउंड में भारतीय तिकड़ी का दबदबा देखने को मिला। उन्होंने पांच 10 और दो एक्स लगाए और अपने पांचवीं वरीयता प्राप्त विरोधी टीम पर चार अंकों की बढ़त बना ली। तुर्की ने अंतिम दौर में काफी धैर्य और दृढ़ता का प्रदर्शन किया तथा चार 10 शॉट लगाए, जिसमें एक एक्स भी शामिल था, जिससे भारत के 58 के कुल स्कोर की बराबरी हो गई। हालांकि, अंत में भारत की अच्छी बढ़त तुर्की के लिए बहुत ज्यादा साबित हुई, क्योंकि वे अंतर को कम करने में असफल रहे।
दो और गोल्ड मेडल की उम्मीद
तीरंदाजी वर्ल्ड कप में भारतीय तिकड़ी का यह तीसरा गोल्ड मेडल है। भारत को मौजूदा वर्ल्ड कप में दो और पदक की उम्मीद है। ज्योति सुरेखा वेन्नम और प्रियांश को कंपाउंड मिश्रित टीम फाइनल में अमेरिका के अपने प्रतिद्वंद्वियों से भिड़ना है, जबकि प्रथमेश फुगे को कंपाउंड वर्ग में पदक जीतने के लिए एक और जीत की जरूरत है। ऐसे में भारत के पास दो और गोल्ड मेडल जीतने का मौका है।