देश के ‘ग्रोथ इंजन’ के तौर पर अपनी भूमिका को विस्तार देता उत्तर प्रदेश न केवल ‘वन ट्रिलियन डॉलर’ की इकॉनमी बनने की ओर तेजी से प्रयासरत है, बल्कि वैश्विक पटल पर ‘फूड बास्केट ऑफ इंडिया’ के तौर पर भी अपनी पहचान को भी पुख्ता कर रहा है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश कृषि व खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
ऐसे में जब 21 से 25 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर व मार्ट में इंटरनेशनल ट्रेड शो 2023 का आयोजन होने जा रहा है तो यह निश्चित है कि इस मेगा ट्रेड शो में फूड, डेयरी और एग्रो सेक्टर से जुड़ी व प्रदेश में व्यापक उपस्थिति रखने वाली कंपनियों को एक बड़ा मंच प्रदान किया जाएगा। इस ट्रेड शो में यूं तो पूरी दुनिया से ही सभी क्षेत्रों की तमाम दिग्गज कंपनियां हिस्सा लेंगी मगर खास तौर पर उत्तर प्रदेश में व्यापक उपस्थिति रखने वाली फूड, डेयरी व एग्रो बेस्ड कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे न केवल ये कंपनियां उत्तर प्रदेश की ब्रांडिंग का हिस्सा बनेंगी, बल्कि व्यापक वैश्विक बाजार तक इन कंपनियों के प्रोडक्ट्स की पहुंच का मार्ग भी प्रशस्त हो सकेगा।
इस मेगा ट्रेड शो में एग्रो, फूड व डेयरी बेस्ड जिन कंपनियों की व्यापक उपस्थिति रहने वाली हैं उनमें पतंजलि, हल्दीराम, प्रिया गोल्ड, बिकानेरवाला, वैद्यनाथ, रिचुअल फूड्स, फ्रेश फूड्स, ऑगस्टिया फूड्स, इंडियन बी कीपर श्री गिरिजा, पारस, अमूल, प्राइम फूड्स, ज्ञान डेयरी, क्रीमी फूड फेयर एक्सपोर्ट व अन्य प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त खाद्य, कृषि व डेयरी उत्पादों से संबंधित ग्रामीण, लघु व कुटीर उद्योगों को भी ट्रेड शो में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, खाद्य प्रसंस्करणों से जुड़े विभागों, लॉजिस्टिक्स-वेयरहाउसिंग, पशुपालन, मत्स्य पालन, डेयरी व अन्य प्रमुख विभागों से संबंधित स्टॉल्स भी ट्रेड शो में व्यापक उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
इनमें से कई ने अभी से अपने स्टॉल्स को बुक करा लिया है, जबकि कई अन्य संबंधित प्रक्रियाओं को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। इसके अलावा, ओडीओपी समेत खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी जीआई टैगिंग प्राप्त प्रोडक्ट्स को भी बड़े स्तर पर ट्रेड शो में शोकेस किया जाएगा। आईईएमएल के डॉ. पवन अग्रवाल मुंबई के डिब्बावालों की सक्सेस जर्नी, उनकी लॉजिस्टिकल सप्लाई मैनेजमेंट, सप्लाई चेन व टाइम मैनेजमेंट के प्रिंसिपल्स से जुड़े फैक्टर्स व केस स्टडी साझा करेंगे। इससे सेशन में शामिल होने वाले लोगों को डिब्बेवालों के उदाहरण के जरिए मैनेजमेंट फंडा के कई अहम तथ्य सीखने को मिलेंगे।