भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने गगनयान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. पहला सॉलिड मोटर सेगमेंट प्रोडक्शन प्लांट से लॉन्च कॉम्पलेक्स में ले जाया गया.
अंतरिक्ष एजेंसी ने यह घोषणा 6 दिसंबर को भारतीय नौसेना के साथ गगनयान के ‘वेल डेक’ रिकवरी परीक्षणों के कुछ दिनों बाद की.
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि शिप के डेक पर पानी भरा जा सकता है, ताकि नावों, लैंडिंग क्राफ्ट, रिकवर्ड अंतरिक्ष यान को शिप के अंदर ले जाया जा सके.
🚀 A significant milestone for the Gaganyaan Program! The first solid motor segment has been moved from the production plant to the launch complex, marking a key step towards the HLVM3 G1 flight. India's human spaceflight dreams are taking shape! 🇮🇳 #Gaganyaan #ISRO pic.twitter.com/e32BNWeG2O
— ISRO (@isro) December 13, 2024
अंतरिक्ष एजेंसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “गगनयान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर! पहला सॉलिड मोटर सेगमेंट उत्पादन संयंत्र से लॉन्च कॉम्प्लेक्स में ले जाया गया है, जो HLVM3 G1 उड़ान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान के सपने आकार ले रहे हैं!”
भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान, केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत परियोजनाओं में से एक है.
गगनयान परियोजना में तीन सदस्यों के चालक दल को तीन दिन के मिशन के लिए 400 किलोमीटर की कक्षा में लॉन्च करके और उन्हें भारतीय समुद्री जल में उतारकर सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करने की परिकल्पना की गई है.