हिंद महासागर से जुड़े देशों के संगठन इंडियन ओसियन रिम एसोसिएशन (आईओआरए) के विदेश मंत्रियों की बैठक बुधवार (11 अक्टूबर) को कोलंबो में होगी। बैठक की अध्यक्षता श्रीलंका करेगा क्योंकि उसे वर्ष 2023-25 तक के लिए इस महत्वपूर्ण संगठन का अध्यक्ष बनाया गया है।
भारत आईओआरए का सह – अध्यक्ष
भारत अभी इसका सह-अध्यक्ष नामित किया गया है और वर्ष 2025 से दो वर्षों के लिए अध्यक्ष बनाया जाएगा। इस लिहाज से भारत आइओआरए को बहुत ही ज्यादा महत्व दे रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर इसमें हिस्सा लेने के लिए कोलंबो पहुंच गये हैं। यह उनकी वर्ष 2023 में श्रीलंका की दूसरी यात्रा है।
EAM Dr S Jaishankar makes his remarks at the opening session of the 23rd IORA Council of Ministers as India assumes the role of Vice Chair.
"India's priorities are clear- it is our effort to develop an Indian Ocean community that is stable & prosperous, strong and resilient and… pic.twitter.com/XkpQYkOWQS
— ANI (@ANI) October 11, 2023
बताया गया है कि श्रीलंका के विदेश मंत्री के साथ उनकी मुलाकात में भारत की तरफ से पड़ोसी देश को दी जाने वाली मदद की दूसरी खेप पर भी बात होगी।कोलंबो पहुंच कर विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि वह आइओआरए के मंत्रियों की 23वीं बैठक में हिस्सा लेंगे।
आइओआरए में अभी 23 सदस्य देश
विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि मंत्रियों की बैठक में हाल के समय में आइओआरए की तरफ से किये गये फैसलों और भविष्य के एजेंडे पर विमर्श होगा। आइओआरए में अभी 23 सदस्य देश हैं जबकि 10 साझेदार देश हैं। जैसे जैसे हिंद प्रशांत क्षेत्र का महत्व वैश्विक कूटनीति में बढ़ रहा है उसी तरह से आइओआरए की गतिविधियां भी बढ़ रही हैं।
EAM Dr S Jaishankar speaks at the opening session of the 23rd IORA Council of Ministers in Sri Lanka
"As the Vice Chair of IORA for the next two years, India will work with IORA member states to strengthen the institutional, financial and legal framework of IORA to realise the… pic.twitter.com/pKjuGZg0FR
— ANI (@ANI) October 11, 2023
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
बताया गया है कि 11 अक्टूबर की बैठक में 16 देशों के विदेश मंत्री और शेष सदस्य व वार्ता साझेदार देशों की सरकारों के दूसरे प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इस बार बैठक में कारोबार व निवेश, सामुद्रिक सुरक्षा, ब्लू इकोनमी (समुद्री गतिविधियों से जुड़े क्षेत्र) में सहयोग को लेकर खास तौर पर चर्चा होने वाली है। जयशंकर की इस दौरान बांग्लादेश, ईरान, मारीशस, मलयेशिया, दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय वार्ता भी होने की संभावना है।