भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अस्ताना में रूस के अपने समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने युद्ध क्षेत्र में भारतीय नागरिकों को लेकर चिंता जताई तथा उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। इससे पहले भारत को रूस का पुराना मित्र करार देते हुए संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी प्रतिनिधि वेसीली नेबेंजिया ने कहा था कि उनके देश के नई दिल्ली के साथ विशेष रणनीतिक साझेदारी के संबंध हैं और उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित रूस यात्रा के बाद द्विपक्षीय संबंध और भी बेहतर होंगे।
Good to meet Russian FM Sergey Lavrov in Astana today.
Wide ranging conversation on our bilateral partnership and contemporary issues. Noted the progress in many areas since our last meeting in December 2023.
Raised our strong concern on Indian nationals who are currently in… pic.twitter.com/pPlM4HSesr
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 3, 2024
भारतीय नागरिकों की हो सुरक्षित वापसी
रूस के अपने समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात के बाद एस जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा, अस्ताना में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलकर अच्छा लगा। हमारी द्विपक्षीय साझेदारी और समसामयिक मुद्दों पर व्यापक बातचीत हुई। दिसंबर 2023 में हमारी पिछली बैठक के बाद से कई क्षेत्रों में हुई प्रगति पर ध्यान दिया गया। युद्ध क्षेत्र में मौजूद भारतीय नागरिकों पर अपनी गहरी चिंता जताई। उनकी सुरक्षित और शीघ्र वापसी पर भी चर्चा हुई।
पीएम मोदी की रूस यात्रा से पहले मिले दोनों नेता
दोनों विदेश मंत्रियों के बीच यह मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने के लिए मॉस्को की प्रस्तावित यात्रा से पहले हुई है। इससे पहले, विदेश मंत्री जयशंकर ने मंगलवार को यहां कजाखस्तान के उपप्रधानमंत्री मूरत नूरतलेउ से मुलाकात की और रणनीतिक साझेदारी के विस्तार तथा विभिन्न प्रारूपों में मध्य एशिया के साथ भारत की बढ़ती भागीदारी पर चर्चा की थी। जयशंकर ने नूरतलेउ के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। नूरतलेउ विदेश मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे हैं।