जयशंकर ने कहा कि सौभाग्य से यह पिछले दशक से हमारे लिए अच्छा रहा है और मैं अगले दशक के लिए बहुत आश्वस्त हूं। उन्होने कहा कि जब आप किसी देश के जोखिम का मूल्यांकन करते हैं तो राजनीतिक स्थिरता उसका एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। उन्होंने कहा कि भारत में एक या दो दशक से भी अधिक समय तक स्थिर सरकार रहेगी।
भारत-जापान विशेष रणनीतिक साझेदारी पर निक्केई फोरम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक मजबूत राजनीतिक जनादेश द्वारा समर्थित सुधारवादी और दूरदर्शी नेतृत्व के पास संसद में बहुमत होने के कारण साहसिक निर्णय लिए जा सकते हैं।
’15 साल से अधिक समय तक रहेगी स्थिर सरकार’
जयशंकर ने निक्केई फोरम में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि सौ प्रतिशत हमारे यहां 15 साल तक स्थिर सरकार होगी। यह 20 साल या उससे अधिक समय तक भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि हर देश, हर समाज अलग-अलग होता है। इसलिए जो बात भारत पर लागू हो सकती है, जरूरी नहीं कि वह दूसरे देशों के लिए भी हमेशा एक जैसी हो, लेकिन हमारा अपना अनुभव यह है कि राजनीति में स्थिरता की कमी या संसद में साहसिक निर्णय लेने के लिए बहुमत न होना एक बड़ी चुनौती है।
संसद में बहुमत होना जरूरी- जयशंकर
उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में मजबूत राजनीतिक जनादेश का मतलब संसद में बहुमत होना है। यदि आपके पास सुधारवादी, दूरदृष्टि, प्रतिबद्धता वाला नेतृत्व है और वह नेतृत्व बहुत मजबूत राजनीतिक जनादेश द्वारा समर्थित है तो इससे साहसिक निर्णय लेने में आसानी होती है। निश्चित रूप से पिछले 10 सालों में जो हुआ है, हम इसके जारी रहने की उम्मीद करते हैं।
जयशंकर ने कहा कि सौभाग्य से यह पिछले दशक से हमारे लिए अच्छा रहा है और मैं अगले दशक के लिए बहुत आश्वस्त हूं। उन्होने कहा कि जब आप किसी देश के जोखिम का मूल्यांकन करते हैं तो राजनीतिक स्थिरता उसका एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।