गुजरात से राज्यसभा के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित के चारों उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन दाखिल करते समय राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, विधायक, नेता और पदाधिकारी मौजूद थे. इसके साथ ही चारों सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत तय है.
बीजेपी के चार उम्मीदवारों ने भरा नामांकन
राज्यसभा के लिए उम्मीदवारी दर्ज कराने का आज आखिरी दिन था, जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शक्ति प्रदर्शन करते हुए अपना नामांकन फॉर्म भरने पहुंचे. इसके साथ ही उत्तर गुजरात के नेता मयंक नायक, मध्य गुजरात से बीजेपी नेता और जाने-माने डॉक्टर जशवंतसिंह परमार, सूरत से पाटीदार नेता और जाने-माने उद्योगपति गोविंद ढोलकिया ने भी राज्यसभा के लिए अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है.
આજે ગાંધીનગર ખાતે ભારતીય જનતા પાર્ટીના માનનીય રાષ્ટ્રીય અધ્યક્ષ શ્રી @JPNadda જીએ શ્રી @GovindLDholakia , શ્રી @MayankNayakBJP અને શ્રી જશવંતભાઈ પરમાર સાથે રાજ્યસભાની ચૂંટણીના ઉમેદવાર તરીકે નામાંકન પત્ર ભર્યું.
આ પ્રસંગે માનનીય મુખ્યમંત્રી શ્રી @Bhupendrapbjp , પ્રદેશ અધ્યક્ષ… pic.twitter.com/Jn4bGgIdr9
— BJP Gujarat (@BJP4Gujarat) February 15, 2024
भाजपा ने मौजूदा राज्यसभा सांसद पुरुषोत्तम रूपाला और मनसुख मंडाविया को दोबारा उम्मीदवार नहीं बनाया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया अब भावनगर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
राज्यसभा उम्मीदवारों के चयन पीछे क्या है समीकरण?
उत्तर गुजरात के नेता और ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष मयंक नायक भी राज्यसभा सांसद बनेंगे और इसके साथ ही बीजेपी ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं. मयंक नायक को राज्यसभा उम्मीदवार चुनकर एक तरफ जहां ओबीसी समुदाय को महत्व दिया गया है, वहीं, दूसरी तरफ उत्तर गुजरात का प्रतिनिधित्व भी मजबूत हुआ है.
गौरतलब है कि बीजेपी लंबे समय से उत्तर गुजरात को मजबूत करने और ओबीसी समुदाय को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है, इससे पहले भी राज्यसभा चुनाव में जुगलजी ठाकोर का कार्यकाल पूरा होने के बाद ओबीसी समुदाय के नेता बाबू देसाई को उत्तर गुजरात से सीट दी गई और अब मयंक नायक का चयन किया गया.
मयंक नायक बीजेपी मारी माटी मारी देश अभियान की प्रभारी रह चुके हैं. मंडल स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक जिम्मेदार थे, उन्हें पाटन जिले में बीजेपी का प्रमुख चेहरा माना जाता है. इसलिए पार्टी के पास व्यापक चेहरे और जमीनी स्तर के कार्यकर्ता हैं.
मयंक नायक की तरह गोविंद ढोलकिया को भी बीजेपी ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाकर एक तीर से कई निशाने साधे हैं. गोविंद ढोलकिया एक प्रमुख उद्योगपति और पाटीदार समुदाय के नेता हैं जो मूल रूप से सौराष्ट्र के हैं और वर्षों से सूरत यानी दक्षिण गुजरात में बसे हुए हैं. उस वक्त बीजेपी ने सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात को मिलाकर गोविंद ढोलकिया को मैदान में उतारा था. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया और पुरूषोत्तम रूपाला को राज्यसभा से बाहर कर दिया गया है. फिर गोविंद ढोलकिया को राज्यसभा सांसद बनाकर पाटीदार समीकरण साधने की कोशिश की है.